
सुनील कल्याणकर
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर
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इंदौर में हुए सीआईआई के एचआर कान्क्लेव में देश की दिग्गज कंपनियों के एचआर ने अलग अलग क्षेत्रों पर अपने विचार रखे। इसमें एआई, करियर, फ्यूचर, स्किल डवलपमेंट, गवर्नमेंट पालिसी जैसे कई विषय शामिल रहे। कई वरिष्ठ एचआर ने बताया कि किस तरह से देश में कई छोटे छोटे बदलाव अर्थव्यवस्था की रफ्तार को गति दे सकते हैं।
केस न्यू हालैंड, पीथमपुर में हेड एचआर सुनील कल्याणकर ने कहा कि इंदौर मध्यभारत में उद्योगों का प्रमुख केंद्र था। इंदौर में जितनी क्षमताएं हैं उतनी मध्यभारत के अन्य शहरों में नहीं हैं। स्वच्छता की वजह से इंदौर अब दुनियाभर में छा गया है और यही सही समय है जब हम इंदौर को एक बार फिर उद्योगों में नंबर वन बनने का पुराना वैभव लौटा सकते हैं। आज हम कई क्षेत्रों में अच्छा कर रहे हैं और सरकार व प्रशासन भी अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। इसमें यदि कुछ बुनियादी चीजों पर और ध्यान दिया जाएगा को उद्योग जगत के लिए बेहतर काम होगा। आज भी कई उद्योग क्षेत्रों में सड़क, पानी जैसी सुविधाएं नहीं है। सरकार और प्रशासन चाहे तो इसके लिए पीपीपी माडल पर काम कर सकती है। सभी उद्योग सरकार को सपोर्ट करना चाहते हैं। आपसी सामंजस्य और सहयोग से ही इन बड़े क्षेत्रों में विकास संभव है। इसलिए सरकार को पीपीपी माडल पर काम करना चाहिए। इसके अलावा दूसरी सबसे जरूरी चीज है कमिटमेंट। इंदौर में छोटे उद्योगों को कमिटमेंट्स के लिए गंभीर होना होगा। इसके लिए जागरूकता लाना चाहिए। यदि इन कुछ बातों पर ध्यान दिया गया तो निश्चित ही इंदौर को मध्यभारत का नंबर वन औद्योगिक क्षेत्र बनने से कोई नहीं रोक सकता।