इंदौर में सीआईआई द्वारा आयोजित एचआर कान्क्लेव में देश के प्रमुख एचआर ने अपने विचार रखे। सभी ने कौशल विकास, औद्योगिक बदलाव, नौकरियों की संभावनाओं पर अलग अलग तरीके से अपनी बातें रखी। मुख्य रूप से सभी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artificial intelligence को अपनी बातों में समाहित किया और कहा कि भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितनी भी मजबूत क्यों न हो जाए पर वह कभी भी मनुष्य की इंटेलिजेंस यानी बुद्धिमता की जगह नहीं ले पाएगी। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि नई तकनीकें और बदलाव नई नौकरियों का सृजन कर रहा है और खुद को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने वालों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं।
देश की दिग्गज कंपनियों के एचआर पहुंचे
कार्य़क्रम में मारुति सुजुकी लिमिटेड के वीपी सौरभ पाठक, जानसन एंड जानसन की हेड एचआर दर्शिका खरे, फोबर्स मार्शल के डायरेक्टर एचआर बाबी कुरियाकोस, एलएंडटी लिमिटेड के हेड कारपोरेट एचआर डाक्टर सी जयाकुमार, एनटीपीसी लिमिटेड की एचआर डीजीएम केना श्री, एचआर कंसल्टेंट नुपूर पाठक ने संबोधित किया।
दुनिया सबसे तेज बदलावों के दौर में
सभी ने अपने संबोधन में इस बात का प्रमुखता से जिक्र किया कि दुनिया अपने बदलावों के सबसे तेज दौर में है। आज एक साल में इतने बदलाव हो जाते हैं जो पहले दस से बीस साल में भी नहीं होते थे। तकनीक ने मानव जीवन को बहुत हद तक अपने ऊपर निर्भर बना लिया है। इस दौर में जो मनुष्य यह समझ लेंगे कि उन्हें तकनीक का सही तरीके से कैसे इस्तेमाल करना है वह आगे बढ़ जाएंगे और जो तकनीकी बदलावों को एडाप्ट नहीं कर पाएंगे वह पीछे रह जाएंगे। सभी ने इस बात पर सहमति दी कि दुनियाभर में हो रहे तकनीकी बदलाव एक ओर जहां करोड़ों लोगों को नौकरियों से बाहर करेंगे तो दूसरी ओर करोड़ों नए रोजगार सृजित भी होंगे।