अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने के लिए बहनें कारागार पर पहुंची। सुबह से ही भारी भीड़ नजर आ रही थी। दस बजे से दोपहर तीन बजे के बीच कुल 453 बहनों ने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी। इस दौरान जेल परिसर के आसपास सुरक्षा के तगड़े इंतजाम रहे। तलाशी के बाद ही लोगों को आने-जाने दिया गया। जेल अफसरों के मुताबिक मुहूर्त देखते हुए बृहस्पतिवार को भी बहनों को पर्व मनाने का मौका दिया जाएगा।
सलाखों के पीछे कैद भाइयों के लिए आज का दिन खास रहा। बहनें आज उनकी कलाई पर राखी बांधने पहुंचीं। टीकमगढ़, छतरपुर, ललितपुर, महोबा, ग्वालियर, मुरैना जैसे दूर-दराज इलाकों से भी बहनों ने यहां पहुंचकर अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी। कई भाई-बहनों की मुलाकात महीनों बाद हो रही थी। अपने भाई का हाल देख तमाम बहनों की आंखें में आंसू आ गए। दोनों ने एक-दूसरे का हाल-चाल पूछा।
जेल रिकॉर्ड के मुताबिक दिन भर में कुल 453 बहनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधी। जेल प्रशासन ने भी तमाम महिलाओं को रोली, टीका एवं राखी उपलब्ध कराया।
रक्षाबंधन पर्व के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए गए हैं। मुहूर्त को देखते हुए बृहस्पतिवार को भी बहनों को राखी बांधने का मौका दिया जाएगा। विनोद कुमार
वरिष्ठ जेल अधीक्षक