कदौरा। अब तक बैंक खाते में आधार लिंक नहीं होने व अन्य कमियों से मनरेगा मजदूरों को भुगतान संबंधी झंझटों से छुटकारा मिलेगा। एक सितंबर 2023 से मनरेगा मजदूरी का भुगतान आधार पर आधारित होने से श्रमिकों की मजदूरी आधार से लिंक बैंक खाते में जाएगी। इसे ब्लॉक क्षेत्र के 37,928 मनरेगा श्रमिकों को लाभ मिलेगा।
ब्लॉक क्षेत्र में मनरेगा के तहत 37,928 श्रमिक पंजीकृत हैं। इसमें 37,800 श्रमिकों का आधार जॉबकार्ड से लिंक है। 33,290 श्रमिक सक्रिय हैं, जिनमें 4510 श्रमिकों का जॉबकार्ड में दिए गए बैंक खाते में आधार लिंक फेल होने कारण मनरेगा मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाता है। जिस कारण वह कार्य करने के बाद भी मजदूरी पाने के लिए भटकते रहते हैं।
अब शासन की तरफ से मनरेगा मजदूरी का भुगतान आधार पर आधारित किए जाने से श्रमिकों को मजदूरी मिलना आसान हो जाएगी। ग्राम्य विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने 19 अगस्त को भेजे पत्र में इसके क्रियान्वयन का निर्देश दिया है। मनरेगा के अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी लोकेंद्र सिंह बताते हैं कि अब मनरेगा श्रमिकों के मजदूरी का भुगतान उनके आधार लिंक वाले बैंक खाते में भेजा जाएगा। इसके तहत मनरेगा श्रमिक जिस भी खाते को आधार से लिंक कराए होंगे। उसी खाते में उनका मजदूरी भुगतान जाएगा। ऐसे में मनरेगा श्रमिकों को अपने बैंक खाते को आधार से लिंक कर लेना चाहिए, ताकि समस्या न हो।
अब तक बैंक खाता आधारित होता था भुगतान
मनरेगा श्रमिकों का मजदूरी अभी तक जॉबकार्ड में दिए गए बैंक खाता के आधार पर भुगतान होता था, इसमें कई बार खाता गलत होने और आधार लिंक नहीं होने के कारण श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिल पाती थी। अब आधार ब्रिज प्रासेज सिस्टम ( एबीपीएस ) के तहत मजदूरी का भुगतान उसके आधार को ढूंढते हुए आधार लिंक खाते में पहुंच जाएगा। हालांकि इससे मजदूरों को किस बैंक खाते में पैसा गया है, इसे खोजना पड़ेगा, लेकिन उन्हें मजदूरी का भुगतान होना तय है।