बिरधा (ललितपुर )। ब्लॉक मुख्यालय स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा में जबरदस्त भीड़ के चलते खाताधारक परेशान हैं। कोई पैसा नहीं निकाल पा रहा तो कोई कई हफ्तों तक केवाईसी नहीं करवा पा रहा है। बैंक में हर रोज लंबी कतार लग रही हैं। बैंक में 50 गावों के तकरीबन एक लाख खाते हैं। वहीं बैंक वाले स्टाफ का रोना रो रहे।
बैंक की स्थानीय शाखा से करीब 50 गांवों के एक लाख से अधिक खाताधारक जुड़े हुए हैं। इसके बाद भी इस शाखा में स्टाफ की कमी है। लेकिन इसका खामियाजा किसानों और अन्य खाताधारकों को भुगतना पड़ रहा है। हालात यह हैं कि लोगों को सुबह 10 बजे से लाइन में लगना पड़ता है, तब जाकर चार-पांच घंटे बाद उसे भुगतान मिल पाता।
खाताधारकों का कहना है कि बैंक के बाहर सुबह आठ बजे से लाइन में लगना पड़ रहा है भूख लगने पर आसपास के ठेलों पर जाकर जलपान करने के बाद फिर लाइन में लग जाते हैं।
उधर, बैंक में शाखा प्रबंधक सहित 10 का स्टाफ होना चाहिए लेकिन पांच लोग ही तैनात हैं। इनमें दो लोग कैश काउंटर पर बैठते हैं और दो कर्मचारी केवाईसी आधार कार्ड लिंक का काम करते हैं।
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एक एटीएम वह भी अक्सर रहता खराब
पीएनबी का एक एटीएम लगा हुआ है लेकिन इसके आए दिन खराब रहने से ग्रामीण अपना पैसा समय पर नहीं निकाल पाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एटीएम सुबह 10 से शाम पांच बजे तक ही खोला जाता है। यदि एटीएम की सेवा सुबह सात से रात 10 बजे तक मिले तो काफी राहत मिल जाएगी।
डोंगरा कला की सुबाना बानो ने बताया कि तीन माह से अपने खाते की केवाईसी करवाने के लिए बैंक के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन भीड़ के चलते अभी तक केवाईसी नहीं हुई है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि एक महीने से केवाईसी के लिए बैंक के चक्कर लगा रहे हैं, खाता बंद हो चुका है जिससे पैसे नहीं निकल पा रहे हैं । प्रीतम सिंह ने बताया कि बैंक में लंबी कतार में लगने के बाद कई बार कागजों की फोटो कॉपी कराकर बैंक कर्मियों को दे चुके हैं, लेकिन केवाईसी न होने के कारण पेंशन रुकी है। सविता देवी ने बताया कि तीन दिन से बैंक में सुबह से लाइन में लग रहे थे, चौथे दिन जैसे-तैसे खाते से पैसे निकाल पाए हैं।
बैंक में स्टाफ नहीं होने के कारण काम में देरी से लंबी कतारें लग रही हैं। इस संबंध में उच्चाधिकारियों से स्टाफ की डिमांड के लिए पत्राचार किया गया है । स्टाफ बढ़ने पर खाताधारकों की भीड़ की समस्या खत्म हो जाएगी।
-इंद्रपाल सिंह घोष, शाखा प्रबंधक पीएनबी, बिरधा