– हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल बोले- मुख्यमंत्री को राज्यपाल पर विश्वास करना चाहिए
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि जिन लोगों में सत्ता के जरिए राज्यपाल को अपने वश में करने की हवस होती है, वह अपने-अपने प्रदेशों में राज्यपालों से लड़ते हैं। सभी मुख्यमंत्रियों को अपने प्रदेश के राज्यपाल पर विश्वास करना चाहिए। वह शनिवार को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कई प्रदेशों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच चल रहे टकराव पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि राज्यपाल का पद तब सृजित किया गया था कि जब संविधान का निर्माण हुआ। राज्यपाल का पद संवैधानिक है और वह अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल और सरकार के बीच टकराव की कोई स्थिति नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली से एक रुपये भेजता हूं तो लोगों के पास 15 पैसे पहुंचते हैं। जबकि, एक प्रधानमंत्री ने देश में जनधन खातों की भरमार कर दी। जब ये खाते खुले थे, तो लोगों ने कहा था कि बिना पैसा जमा किए कौन सा खाता खुलता है। आज उस जनधन खाते में 80 हजार करोड़ रुपये से अधिक जमा हो चुका है। क्योंकि, बिचौलिये और भ्रष्टाचार खत्म हो गया। जनधन खाते के आधार पर वह जो छूटे हुए लोग, जिनके पास कुछ करने के लिए नहीं था। उनको बैंक ने लोन देना शुरू किया। उन लोगों ने छोटे-छोटे उत्पादों से अपनी उद्यमिता का विकास किया। आज खुशी है कि उत्तर प्रदेश में एक जिला एक उत्पाद योजना शुरू हुई। अब लोग कर्जदार नहीं, बल्कि कर्ज देने वाले बन गए हैं। बोले कि नौकरी और रोजगार में अंतर होता है। लोगों को रोजगार खूब मिल रहा है। आज स्थिति ये है कि मनरेगा में मजदूर नहीं मिल रहे हैं, रोजगार इतना बढ़ गया है।