उरई। पुलिस ने पूर्व प्रधान की पत्नी व तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया। घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने लगभग सौ सीसीटीवी कैमरे खंगाले। आरपियों से हुई पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि पूर्व प्रधान की पत्नी ने अपने साथी के साथ मिलकर पति की हत्या करने की मंशा से हमला कराया था। आठ लाख रुपये में सुपारी दी थी। फिलहाल प्रधान की हालत में सुधार है।

पुलिस लाइन सभागार में पूर्व प्रधान पर जानलेवा हमले का खुलासा करते हुए एएसपी असीम चौधरी ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला तुलसी नगर निवासी पूर्व प्रधान कुठौंदा संजय राजपूत को 12 अगस्त की सुबह टहलने जाते समय घर के पास ही बाइक सवार तीन नकाबपोश लोगों ने तमंचे से गोली मारकर घायल कर दिया था और मौके से भाग गए थे। पुलिस ने संजय के भाई की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर सर्विलांस, एसओजी व कोतवाली पुलिस की टीमों को लगाया था। टीमों ने शहर में लगे लगभग सौ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखकर अपराधियों तक पहुंच गए।

पुलिस टीम ने मध्य प्रदेश के दतिया जिला के पंडोखर थाना क्षेत्र के नादिया निवासी विनोद केवट, दतिया जिले के भांडेर थाना क्षेत्र के काजी पाठा निवासी जितेंद्र केवट, झांसी जिले के समथर थाना क्षेत्र के मोहल्ला कटरा निवासी रविंद्र माली उर्फ ड्राईवर व पूर्व प्रधान की तुलसी नगर निवासी पत्नी अंजलि को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस बरामद किया। जबकि चार अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अंजलि की मित्रता दतिया जिले के भांडेर थाना क्षेत्र के हाजी पाठा निवासी उपेंद्र कुमार यादव उर्फ मोनू से थी। आरोपियों ने बताया कि वह तीन दिन से रेकी कर रहे थे

दोनों ने संजय राजपूत की हत्या करने का साजिश रचते हुए आठ लाख रुपये की सुपारी विनोद केवट को दी थी। जिसमें चार लाख रुपया पहले दे दिया गया था। बाकी रुपया हत्या के बाद देने की बात तय हुई थी। विनोद ने अवधेश उर्फ रवि, जितेंद्र व लक्ष्मण केवट के साथ 12 अगस्त की सुबह पांच बजे संजय राजपूत की हत्या करने के उद्देश्य से गोली मार दी थी।

पति की प्रताड़ना से तंग होकर अंजलि ने उठाया कदम

पुलिस पूछताछ में अंजलि ने बताया कि पति पूर्व प्रधान संजय राजपूत उसे छोटी छोटी बातों को लेकर प्रताड़ित करता था। इससे तंग आकर उसने अपने बचपन के मित्र दतिया जिले के भांडेर थाना क्षेत्र के काजी पाठा निवासी उपेंद्र कुमार यादव उर्फ मोनू को बताई थी। जिस पर मोनू ने संजय की हत्या की साजिश रची थी। दोनों ने मिलकर रुपयों का भी इंतजाम कर आठ लाख की सुपारी दी थी। रुपये कम न पड़े इसके लिए चार अंगूठी भी अंजलि ने मोनू को दे दी थी। दोनो व्हाट्सएप पर बातें करते थे।

अंजलि बोली, मुझे जेल भेज दो नहीं संजय मार डालेगा

पुलिस ने जब घटना में शामिल उसकी पत्नी को घर से पकड़ लिया तो पूरे मामले का खुलासा हो जाने के बाद पत्नी को अपनी चिंता सताने लगी वह पुलिस से बोली साहब मुझे जेल भेज देना नहीं तो संजय मुझे मार डालेगा।



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