उरई। आयुष्मान भारत योजना में निजी अस्पतालों को जोड़ने का काम तेज हो गया है। सीएमओ कार्यालय में आवेदन करने वाले दो निजी अस्पतालों का एडीएम की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया और मानकों की जांच की।

बता दें कि जिले में आर्थिक सामाजिक जातिगत आधारित जनगणना (एसईसीसी 2011) के अनुसार 105039 लाभार्थी परिवार हैं, जिन्हें यह सुविधा दी जानी है। साथ ही अंत्योदय राशनकार्ड धारक 34037 लाभार्थी परिवारों को भी मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में शामिल किया गया है। एडीएम संजय कुमार के नेतृत्व में एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ. अरविंद भूषण एवं आयुष्मान योजना के प्रभारी डॉ. आशीष कुमार झा के साथ तीन सदस्यों की टीम ने उरई शशिलता हॉस्पिटल एवं नर्सिंग होम, गौरव नेत्र परीक्षण स्पेशियलटी सेंटर जालौन का निरीक्षण किया। इसके अलावा जिला स्तरीय पंजीकरण समिति ने पूर्व में ही योजना स्वास्तिक नर्सिंग होम का भी निरीक्षण किया। इस अस्पताल ने सर्जरी पैकेज योजना से जोड़ने के लिए निरीक्षण किया। निरीक्षण रिपोर्ट सीएमओ के माध्यम से डीएम को भेजी जाएगी। इसके बाद नियमावली अस्पतालों का पंजीकरण आयुष्मान योजना में किया जाएगा।

सीएमओ डॉ.एनडी शर्मा ने बताया कि आयुष्मान योजना में जिले में 17 अस्पताल पंजीकृत हैं। जिसमें 11 सरकारी और छह निजी अस्पताल हैं। कुछ निजी अस्पताल के संचालकों ने आयुष्मान योजना से जुड़ने के लिए आवेदन किया है। शीघ्र ही नियमावली के अनुसार उन्हें इस योजना से जोड़ दिया जाएगा।

फिलहाल यह अस्पताल है पंजीकृत

राजकीय मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सभी सीएचसी, कुठौंद पीएचसी के अलावा नेत्र ज्योति हॉस्पिटल, उरई, कान्हा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, सिद्धिविनायक हॉस्पिटल, सिंह हेल्थ केयर, उरई, स्वास्तिक नर्सिंग होम, किलकारी मेडिकल सेंटर कालपी जैसे निजी अस्पताल पंजीकृत है।



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