
चार गुना तक बढ़ी बाबा के भक्तों की संख्या
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महाकाल लोक को बने अभी 10 महीने भी नहीं हुए हैं और पहले चार महीनों मे श्रद्धालुओं की संख्या तीन से चार गुना होकर औसतन 70 हजार रोज तक पहुंच गई है। अब तो स्थिति यह है कि उज्जैन में जैसे श्रद्धालुओं की बाढ़ सी आ गई है। पिछले छह महीने के आंकड़े देखें जाएं तो औसतन 1.50 लाख श्रद्धालु रोज उज्जैन आ रहे हैं। श्रावण महीने में तो रोज करीब साढ़े तीन लाख लोगों ने बाबा महाकाल के दर्शन किए। पिछले वर्ष तक लगभग 20 हजार श्रद्धालु रोज यहां आते थे। दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने से शहर की इकोनॉमी को भी पंख लगे हैं। होटल, खानपान, प्रॉपर्टी, यातायात जैसे सभी काम धंधे सीधे तीन गुने हो गए हैं। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि स्मार्ट सिटी के माध्यम से हम स्टडी करवा रहे हैं, क्योंकि 10 माह में इतना बड़ा इकोनॉमिक चेंज किसी भी शहर में हमारी जानकारी में नहीं आया है।
51 दिन में पहुंचे पौने 2 करोड़ लोग
4 जुलाई 2023 से महाकाल मंदिर में गिनती करने वाले कैमरे लगे हैं। तब से अब तक यानी 23 अगस्त तक यानी 51 दिन में कुल पौने दो करोड़ लोगों ने दर्शन किए। यानी श्रावण व अधिकमास महीने में औसतन रोज 3.5 लाख लोग दर्शन करने पहुंचे है। इसके पहले अनुमानित आंकड़े होते थे। देश के बाकी मंदिरों में श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख लोग भी औसत रोज नहीं पहुंची है। उज्जैन में महाकाल लोक से खंडवा जिले के ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर जाने वालों की संख्या तीन से चार गुना हो गई है। दूसरे राज्यों से उज्जैन आने वालों में से ज्यादातर ओंकारेश्वर दर्शन के लिए जाते ही हैं। ओंकारेश्वर में दर्शन करने वालों की औसत रोज संख्या पहले 10 से 12 हजार तक थी। अब बढ़कर 40 से 50 हजार तक हो गई है।