उरई। जिला अस्पताल में बंद डिजिटल एक्सरे डेढ़ महीने बाद शुरू हो गया है। शुक्रवार को 26 लोगों के एक्सरे किए गए।
जिला अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में डिजिटल एक्सरे के कक्ष में पानी आने से काम नहीं हो रहा था। कार्यदाई संस्था के इंजीनियर ने भी डिजिटल एक्सरे कक्ष का निरीक्षण किया था। पानी पूरी तरह सूख जाने पर ही काम करने के लिए कहा था। इसके चलते काम बंद चल रहा था।
सीएमएस डॉ. अविनेश कुमार बनौधा ने बारिश में छत के टपकने पर छत की रिपेयरिंग कराई थी। धीरे-धीरे पानी सूख गया। इसके बाद कार्यदाई संस्था के इंजीनियर ने फिर आकर काम करने की संस्तुति की। इसके बाद शुक्रवार से काम शुरू हो गया। इससे मरीजों को राहत मिली है। पहले दिन 26 मरीजों के डिजिटल एक्सरे कराए गए।
बता दें कि जिला अस्पताल में रोजाना 90 से ज्यादा मरीजों के डिजिटल एक्सरे होते है। बाहर डिजिटल एक्सरे कराने पर 300 से 600 रुपये तक लिए जाते हैं, जबकि यहां फ्री में होते हैं। कुछ मरीज साधारण एक्सरे करा लेते थे। हालांकि डॉक्टर डिजिटल एक्सरे कराने की ही सलाह देते हैं। जिला अस्पताल की रेडियोलॉजी विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. सौरभ ने बताया कि डिजिटल एक्सरे का काम सुचारु रूप से शुरू हो गया है।
महिला अस्पताल की ओटी में बिजली सप्लाई शुरू
महिला अस्पताल की ओटी में बिजली की समस्या होने के कारण तीन दिन से मेजर सीजर नहीं हो रहे थे। मामला सीएमएस के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने ठेकेदार को फटकार लगाई और तत्काल व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिए। इसके बाद बिजली आपूर्ति ठीक की गई। जिला अस्पताल में इस समय निर्माण और बिजली फिटिंग का काम चल रहा है। इसके चलते महिला अस्पताल की ओटी में बिजली की सप्लाई नहीं पहुंच रही थी। इस वजह से ओटी में मेजर सीजर ऑपरेशन नहीं हो पा रहे थे। ठेकेदार तीन दिन से सप्लाई देने में आनाकानी कर रहा था। इस पर सीएमएस डॉ. सुनीता बनौधा ने नाराजगी जताते हुए तत्काल व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिए। इसके बाद शुक्रवार को बिजली सप्लाई ठीक कर दी गई।