
शिवारज कैबिनेट का विस्तार आज
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विस्तार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट विस्तार आज शुक्रवार को किया जाएगा। रीवा से विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला, बालाघाट से विधायक और पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन और खरगापुर से विधायक राहुल गांधी आज शाम 7 बजे के बाद मंत्री पद की शपथ ले सकते है। तीनों की विधायक और उनके समर्थक भोपाल में डेरा डाले हुए है। सूत्रों के अनुसार मंत्री बनने वाले विधायकों को शाम 7 बजे राजभवन पहुंचने की सूचना दी गई है।
शिवराज कैबिनेट में 35 में से चार पद खाली है। अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा 30 मंत्री कैबिनेट में शामिल है। अब आचार संहिता लगने के करीब डेढ़ महीने पहले तीन मंत्रियों को शपथ दिलाने की चर्चा है। इससे सरकार जातिगत, क्षेत्रीय समीकरण साधने के साथ ही नाराजगी दूर करना चाहती है। पिछले दो दिन से शिवराज कैबिनेट विस्तार को लेकर अटकलें लग रही है। इसमें राजेंद्र शुक्ल और गौरीशंकर बिसेन का नाम पहले से तय माना जा रहा है। अब तीसरे मंत्री के रूप में राहुल लोधी के नाम पर सहमति बनने की चर्चा है।
विंध्य से राजेंद्र शुक्ल का नाम
पूर्व मंत्री और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला का नाम नए मंत्रियों की शपथ में सबसे आगे चल रहा है। रीवा में जन्में शुक्ला ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वह 2003 में विधानसभा चुनाव जीत कर राजनीति में सक्रिय हुए। इसके बाद 2008 और 2013 में विधानसभा चुनाव जीता। 2013 में शुक्ला मंत्री बनें। 2018 में भी चुनाव जीते। शुक्ला विंध्य में पार्टी के बड़े ब्राह्मण चेहरा है। पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में विंध्य में कांग्रेस से काटे क टक्कर मिलती दिख रही है। आम आदमी पार्टी भी कड़ी टक्कर दे रही है। सिंगरौली महापौर सीट पार्टी के हाथ से निकल गई। इसे क्षेत्र में पार्टी के प्रति नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट में भी पार्टी की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में अब शुक्ला को मंत्री बनाकर पार्टी क्षेत्र की जनता को साधने की कोशिश में है।
महाकौशल में ओबीसी कार्ड
पूर्व मंत्री और विधायक गौरी शंकर बिसेन अन्य पिछड़ा वर्ग से आते है। अभी वह मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी है। 1952 में गौरीशंकर बिसेन का जन्म बालाघाट में हुआ। गौरीशंकर बिसेन सात बार विधायक और लोकसभा का चुनाव जीता है। बिसेन ने 1985 में विधानसभा का चुनाव जीत कर राजनीतिक सफर की शुरुआत की। इसके बाद 1990 और 1993 में बालाघाट से लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव जीता। 1998 में उनकी पत्नी बालाघाट से विधानसभा चुनाव लड़ी लेकिन हार गई। बिसेन लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते। इसके बाद उन्होंने दोबारा 2003 से लगातार बालाघाट सीट से विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे है। महाकौशल में बड़ी संख्या में ओबीसी वोटर है। बिसेन को मंत्री बनाकर ओबीसी वर्ग को साधने की रणनीति बताई जा रही है।
लोधी समाज से बुंदेलखंउ जीतने की रणनीति
राहुल सिंह लोधी एक बार के विधायक है। वह 2018 में खरगापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते। राहुल पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे है। बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल में बड़ी संख्या में लोधी वोटर है। राहुल लोधी को मंत्री बनाकर भाजपा बुंदेलखंड के साथ ही ओबीसी वोटर को साध रही है।