
निर्वाचन आयोग
– फोटो : Election Commission
विस्तार
विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही अब जिलों में कलेक्टरों की जिम्मेदारी बढ़ने लगी है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को संकेत दिए हैं कि आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की प्रक्रिया पूरी कर लें, क्योंकि भारत निर्वाचन आयोग की फुल बेंच सितंबर के पहले सप्ताह में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा करेगी। फुल बेंच की बैठक में चुनाव आयोग द्वारा अब तक दिए गए चुनाव तैयारी संबंधित निर्देशों पर अमल की समीक्षा की जाएगी। इसके आधार पर आयोग विधानसभा चुनाव की तारीखों पर विचार करेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने आयोग की फुल बेंच की बैठक की तैयारी शुरू कर दी है।
बता दें कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार सितंबर के पहले सप्ताह में फुल बेंच और 15 से अधिक अफसरों की टीम के साथ भोपाल आएंगे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक मुख्य चुनाव आयुक्त भोपाल में दो से तीन दिन तक रुक कर बैठक करेंगे। इस दौरान प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी, संभाग आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षकों को भी भोपाल बुलाया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त इन अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव संबंधी संपूर्ण गतिविधियों की रिपोर्ट लेंगे।
इन पर होगा आयोग का फोकस
चुनाव आयोग की फुल बेंच कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों से चुनाव करने के दौरान होने वाली दिक्कतों को लेकर चर्चा करेगी। इसमें मतदान केंद्रों की स्थिति, संवेदनशील मतदान केंद्र, मतदान केंद्रों में दूरसंचार व्यवस्था, पहुंच मार्ग की व्यवस्था, सुरक्षा बलों की स्थिति, अंतर राज्य सीमा से लगे मतदान केंद्रों की स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था, कानून व्यवस्था की स्थिति, अधिकारियों कर्मचारियों को सौंपे जाने वाले दायित्व के बारे में जानकारी ली जाएगी।
4 अक्टूबर को मतदाता सूची का प्रकाशन
चुनाव आयोग की फुल बेंच प्रदेश में चुनावी तैयारी से संतुष्ट होने के बाद अक्टूबर में लगने वाले आचार संहिता को लेकर अंतिम निर्णय लेगी और चुनाव में होने वाले मतदान के चरणों पर विचार किया जाएगा। प्रदेश के मतदाताओं की अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 4 अक्टूबर को होने वाला है। इसलिए आचार संहिता भी इस तिथि के बाद ही लागू होने की संभावना है।