उरई। जिला अस्पताल परिसर में डग्गामार वाहनों से हो रही परेशानी की खबर को अमर उजाला ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने अभियान चलाकर कार्रवाई की है।

जिला अस्पताल के पास सुबह से शाम तक डग्गामार वाहनों का जमावड़ा देखने को मिलता है। जिसको लेकर कई बार प्रशासन कार्रवाई भी कर चुका है। उसके बावजूद डग्गामार वाहन अपनी जगह को नहीं बदल रहे हैं। अस्पताल के अंदर ही वाहन खड़े करते हैं। इस समस्या को अमर उजाला ने 21 अगस्त के अंक में छापा था। जिसको संज्ञान में लेकर सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार मिश्रा ने एआरटीओ को कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।

बुधवार को एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय सुरेश कुमार वर्मा अपनी टीम के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पर उन्होंने अस्पताल के अंदर खड़े डग्गामार वाहनों को चेक किया। जिसमें सभी वाहनों में एलपीजी सिलिंडर लगे थे। जो एक भी मानक को पूरा नहीं कर रहे थे। रजिस्ट्रेशन सिलिंडर लगाने का नहीं था। वहीं एक गाड़ी में अलग से घरेलू सिलिंडर रखा था। जिसको विभाग ने जब्त कर लिया। वहीं 10 वाहनों के एक लाख रुपये के चालान किए गए। पांच वाहनों को सीज किया गया।

चालान करके दो ट्रकों को थाने में खड़ा करवाया

माधौगढ़/ रामपुरा/ कोंच। एआरटीओ ने पुलिस फोर्स के साथ बंगरा चौराहा पर चेकिंग अभियान चलाया। मध्यप्रदेश से आ रहे ओवरलोड ट्रकों को रोककर चालक से कागजात मांगे। चालक कागजात नही दिखा सके। जिस पर दो ट्रकों के चालान काट कर कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर गल्लामंडी में खड़े करा दिए। चितौरा चौराहा पर आ रहे ओवरलोड टेंपो को पकड़ कर चालान कर किया। इसके बाद कस्वा जालौन में सवारियां ढो रहे दो कारों का चालान किया। (संवाद)

रामपुरा थाना प्रभारी शशिभूषण ने बताया कि पुलिस ने लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया और अपने वाहनों पर जाति सूचक शब्दों को हटवाया गया। कोंच में सीओ रामसिंह ने बताया कि वाहनों पर पद सूचक, जाति सूचक, संप्रदायक सूचक या अन्य आपत्तिजनक शब्दों या चिन्हों के स्टीकर लगाकर सड़कों पर घूम रहे वाहन चालकों के खिलाफ प्रशासन बड़ा अभियान चलाने जा रहा है। वाहनों से स्टीकर या चिन्ह मिलने पर चालान काट कर जुर्माना वसूला जाएगा।



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