शासन को भेजा जा रहा 50 लाख का प्रस्ताव
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। नगर के सबसे प्राचीन सुम्मेरा तालाब के सौंदर्यीकरण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। नगर पालिका प्रशासन ने इसके लिए 50 लाख का प्रस्ताव तैयार कर शासन से धनराशि मांगी है। नगर पालिका ने इस प्राचीन तालाब को नगर विकास के विशेष प्रोजेक्ट में शामिल किया है।
इस कार्ययोजना में सिल्ट सफाई के अलावा तालाब के चारों ओर पौधारोपण किया जाना है। साथ ही तालाब की सुंदरता बढ़ाई जाएगी। इसके बीच में बने टापू को भी विकसित करने की योजना है। यहां पर खान-पान के लिए होटल बनाए जाने की योजना भी तैयार की जा रही है।
कार्ययोजना में तालाब के घाटों पर बने मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। बताते चलें कि इस तालाब के घाटों पर कई प्राचीन मंदिर हैं, जो इस तालाब की शोभा बढ़ाते हैं। जिसमें सबसे प्राचीन मंदिर नृसिंह भगवान व मां दुर्गा का मंदिर माना जाता है। इसके अलावा भी घाटों की शोभा कई मंदिर बढ़ा रहे हैं।
17वीं सदी में राजा सुम्मेर सिंह ने बनवाया था तालाब
नगर स्थित सुम्मेरा तालाब बुंदेलखंड के प्राचीनतम तालाबों से एक है। इसका निर्माण 17वीं सदी में चंदेली राजा सुम्मेर सिंह ने कराया था। कहावत है कि पहले यहां एक छोटा सा पोखर हुआ करता है। राजा सुम्मेर सिंह जब इस पोखर के आसपास से गुजरे तो उन्होंने इसमें स्नान किया, जिससे उनका चर्म रोग ठीक हो गया। इसके बाद उन्होंने अपनी रानी ललिता देवी को इस जगह का रहस्य बताया। इसके बाद यहां पर पोखर को विशाल रूप देकर तालाब बनाने का निर्णय लिया। राजा सुम्मेर सिंह की पत्नी के नाम पर नगर नाम ललितपुर पड़ा।
सुम्मेरा तालाब सौंदर्यीकरण की योजना तैयार कराई गई है। शासन से मंजूरी के बाद तालाब की सुंदरता बढ़ाने का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।-निहाल चंद्र, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद ललितपुर।