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अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। सोमवार दोपहर को बबीना स्टेशन पर युवक ने शताब्दी ट्रेन के सामने छलांग लगाकर जान दे दी। मरने से पहले उसने स्टेशन पर ही सुसाइड नोट लिखा। इसमें अपने इस कदम के लिए पिता से माफी मांगते हुए बहनों को खुश रहने को कहा। भांजी के लिए प्यार लिखा। इसके बाद स्टेशन में ही नमकीन का पैकेट खरीदकर खाया। कुछ देर में शताब्दी ट्रेन के आते ही उसके सामने छलांग लगाकर जान दे दी। उसका शव दो हिस्सों में बंट गया था। वहीं, परिवार के लोग उसके इस आत्मघाती कदम की वजह नहीं बता सके। देर-शाम पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
बबीना के शास्त्री नगर निवासी कैलाश नारायण कुशवाहा तहसील में मुंशी हैं। उनके पांच बेटियों के बीच एक पुत्र अजय (20) इंटर का छात्र था। पिछले साल भी वह इंटर में फेल हो गया था। इस साल उसका प्रवेश सुकुवां-ढुकुवां रोड स्थित स्कूल में कराया गया था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि सोमवार सुबह करीब आठ बजे बाजार जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसी दौरान वह बबीना स्टेशन पहुंच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक स्टेशन पर ही बैठकर उसने सुसाइड नोट तैयार किया। प्लेटफार्म संख्या एक से जैसे ही शताब्दी एक्सप्रेस गुजरने को हुई, वह अचानक से ट्रेन के आगे कूद गया। ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
हादसा देख स्टेशन पर चीख-पुकार मच गई। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंच गई। शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। उधर, हादसे की सूचना मिलने पर परिवार के लोग भी रोते-बिलखते मेडिकल कॉलेज पहुंच गए। पिता कैलाश नारायण ने अजय के सुसाइड करने की वजह से अनभिज्ञता जताई है। बबीना इंस्पेक्टर रणविजय सिंह के मुताबिक शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया गया है।