अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। चिरगांव के पट्टी कुम्हर्रा गांव में विवाहिता बबीता के फांसी लगाने के बाद उसके पिता ने ससुरालीजनों पर आरोप लगाए हैं। पिता कल्याण के मुताबिक सोमवार को बबीता बिना घर का कामकाज निपटाए मंदिर चली गई थी। इससे पति, सास और ससुर उससे नाराज हो गए। उन लोगों ने उससे बात करना बंद कर दिया। इससे बबीता बहुत दुखी हो गई और उसने शुक्रवार को फांसी लगा ली थी। रविवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दतिया के बहादुरपुर गांव निवासी कल्याण सिंह के मुताबिक उन्होंने अपनी बड़ी बेटी बबीता (24) की शादी 20 मई 2020 को की थी। ससुरालीजन बेटी को दहेज के लिए परेशान करते थे। पिछले सोमवार को बबीता सुबह मंदिर चली गई। इससे पति व सास नाराज हो गए। उसके फांसी लगाने की बात भी उन लोगों ने नहीं बताई। पड़ोस के लोगों से जानकारी मिली। उन्होंने अंतिम संस्कार के बाद तहरीर देने की बात कही है। उधर, बबीता के ससुर मर्दन का कहना है कि किसी ने दहेज नहीं मांगा, सारे आरोप झूठे हैं। घर पर किसी तरह का झगड़ा नहीं हुआ। बहू ने आत्महत्या की है। इसके कारण की जानकारी नहीं है।