मध्य प्रदेश में विधानसभ चुनाव में तीन माह का समय बचा है। इससे पहले कांग्रेस और भाजपा में आरोप प्रत्यारोप के सियासी और बयानबाजी भी तेज हो गई है। कर्नाटक की तर्ज पर कांग्रेस चुनाव से पहले भ्रष्टाचार और घोटालों के मुद्दे जोर शोर से उछाल रही है। शुक्रवार को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज सरकार के कथित 18 साल के घोटालों और भ्रष्टाचार की शीट जारी की है। साथ ही शिवराज सरकार के घोटालों को सामने लाने के लिए अभियान की भी शुरुआत की। इसके लिए 9593420420 नंबर जारी कर मिस्ड कॉल करें।
कांग्रेस ने कर्नाटक में 40 परसेंट की सरकार का अभियान चलाया और चुनावी रैलियों में भी कांग्रेस नेता भ्रष्टाचार और घोटालों पर हमला करते रहे। अब इसी फॉर्मूले पर मध्यप्रदेश कांग्रेस भी आगे बढ़ रही है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के 50 प्रतिशत कमीशनराज ने मध्यप्रदेश को घोटाला प्रदेश बना दिया। पीसीसी चीफ ने कहा कि शिवराज सरकार का काला चिट्ठा बहुत लंबा है, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण घोटालों को शामिल कर कांग्रेस पार्टी 18 साल के शिवराज सरकार के कार्यकाल की घोटाला शीट जारी कर रही है। इस शीट को कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर तक पहुंचाएंगे। कमलनाथ ने कहा कि शिवराज ने गर्भस्थ शिशु से लेकर मृत्यु को प्राप्त हो चुके मनुष्य तक को अपने घोटाले में शामिल किया। इतना ही नहीं घोटाले में भगवान को भी नहीं छोड़ा हैं। लोकतंत्र से बनी शिवराज सरकार ने सरकारी खजाने को लूट कर घोटाला करना अपना मूल मंत्र बना लिया है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है जब आप गूगल पर घोटाला या स्कैम सर्च करोगे तो सामने शिवराज जी की तस्वीर आ जाएगी।
सरकार चोरी और सीनाजोरी पर उतर आई
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सरकार कमीशन, भ्रष्टाचार और घोटालों को अपना अधिकार समझने लगी है। इसलिए एक ठेकेदार ने दुखी होकर पत्र लिखा और कांग्रेस नेताओं ने उनको ट्वीट किया तो भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उन पर मुकदमे दर्ज करने का अभियान शुरू कर दिया। अब दूसरे ठेकेदार ने कैमरे के सामने स्वीकार किया कि गौशाला निर्माण में भी 50 प्रतिशत कमीशनराज चल रहा है। इससे पता चला कि शिवराज सरकार चोरी और सीनाजोरी पर उतर आई है।
घोटाला शीट में इन घोटाला का जिक्र
कांग्रेस की घोटाला शीट में 15 हजार करोड़ रुपए का पोषण आहार घोटाला, 12 हजार करोड़ रुपए का मिड-डे मील घोटाला, 9500 करोड़ रुपए का आंगनवाड़ी नल जल घोटाला, 600 करोड़ रुपए का गणवेश घोटाला, 2000 करोड़ रुपए का नर्सिंग घोटाला, 2 हजार करोड़ का व्यापमं महा घोटाला, 3 हजार करोड़ रुपए का कौशल घोटाला, 2500 करोड़ रुपए का पैरामेडिकल छात्रवृत्ति घोटाला, 94 हजार करोड़ का बिजली घोटाला, 10 हजार करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला और 50 हजार करोड़ रुपए का चेक पोस्ट घोटाला शामिल है।
भाजपा के आरोपों पर दिया यह जवाब
वल्लभ भवन को दलालों का अड्डा बनाने पर कमलनाथ ने भाजपा के आरोप पर कहा कि 45 साल के राजनीतिक जीवन में मेरे ऊपर कोई उंगली नहीं उठा सकता। वल्लभ भवन और सीएम हाउस में सीसीटीवी होता है। कौन आता है, कौन जाता है रिकॉर्ड होता है। अब तक कुछ नहीं किया और चुनाव के तीन महीने पहले मैं भ्रष्ट हो गया। जब मैं केंद्र में मंत्री था तो विधानसभा में मेरी तारीफ करते यह रिकॉर्ड पर है। आज जब इनकी पोल खुल रही है तो कह रहे है कि कमलनाथ ने दलालों का अड्डा बनाया। कार्रवाई क्यों नहीं करते। पांच साल के घोटाले उजागर नहीं हुए। मेरे पास समय नहीं था। मैं प्रदेश को पटरी पर लाने के लक्ष्य पर चल रहा था।
बताया इसलिए नहीं हुई कार्रवाई
2018 के कांग्रेस के वचन पत्र में घोटालों पर 15 महीने में कार्रवाई नहीं करने पर नाथ ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि ढाई महीने लोकसभा चुनाव की आचार संहिता में चले गए। मेरे पास 11 महीने थे। मुझे नहीं पता था कि हमारी सरकार जाएगी। मैं जानता था दो से तीन महीने पहले यह सौदा शुरू हुआ। मेरे पास विधायक आते थे। मुझे बताते थे कि इतना पैसा मिल रहा है। मैंने कहा कि मैं कोई सौदा नहीं करुंगा। मैं अपनी कुर्सी सौदे से नहीं बचाऊंगा।
अब कमलनाथ 2018 नहीं 2023 के मॉडल
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर घोटालों की सूची पर कार्रवाई करने पर कमलनाथ ने कहा कि अब कमलनाथ 2018 के मॉडल नहीं है अब 2023 के मॉडल हैं।
भ्रष्टाचार पर रिपोर्ट कार्ड दे भाजपा
भाजपा के रिपोर्ट कार्ड पर कहा कि यह सरकार प्रचार, भ्रष्टाचार और अत्याचार की सरकार है तो इस पर अपनी रिपोर्ट दे। अंत में जनता गवाह है। प्रश्न यह है कि जनता को किस पर विश्वास है। अब जनता होर्डिंग, जनसभाओं से प्रभावित नहीं होने वाली है। वह तो भुगत रही है।
एफआईआर पर दिया यह जवाब
एफआईआर पर कमलनाथ ने कहा कि यह कानूनी कार्रवाई है। इस पर मुझे कुछ नहीं कहना। प्रश्न यह है कि जनता इस पर क्या कह रही है। वायरल पत्र के बाद अब तो एक पीड़ित सामने आ गया। जिसने अपना वीडियो जारी कर दिया। इन्होंने तो गौशाला को भी नहीं छोड़ा।