जखौरा। थाना क्षेत्र के ग्राम बूचा निवासी एक किशोर के पैर में चोट लगने पर उसने मनगुवां गांव के एक झोलाछाप से उपचार कराया। आरोप है कि बीते गुरुवार को झोलाछाप ने उसे इंजेक्शन लगाया। इससे उसकी हालत बिगड़ गई। झोलाछाप खुद उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद झोलाछाप दुकान बंद कर भाग गया। एसपी के आदेश पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
ग्राम बूचा निवासी नाथूराम के पुत्र विपेंद्र (16) के पैर में साधारण चोट लग गई थी। इसका उपचार वह पास के गांव मनगुवां में एक झोलाछाप से करा रहा था। नाथूराम ने बताया कि गुरुवार को पैर में दर्द होने पर विपेंद्र शाम करीब पांच बजे बाइक से झोलाछाप के पास गया तो उसने एक इंजेक्शन लगा दिया इससे कुछ देर बाद उसकी हालत बिगड़ गई तो झोलाछाप परिजनों को सूचना दिए बगैर उसे अपनी गाड़ी से जिला अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन देर तक बेटे के न लौटने पर उसे खोजते हुए मनगुवां गांव पहुंचे। यहां पता चला कि आरोपी उसके बेटे को लेकर जिला अस्पताल गया है। देर रात जब वह लोग अस्पताल पहुंचे तो उसका बेटा मृत मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि चिकित्सक ने हाईपावर इंजेक्शन लगा दिया जिससे उसके बेटे की मौत हो गई।
परिजन बोले – पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, तब पहुंचे एसपी के पास
किशोर के पिता नाथूराम ने आरोप लगाया कि उन्होंने थाना पुलिस से पोस्टमार्टम की गुहार लगाई। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। शुक्रवार को उन्होंने एसपी मोहम्मद मुश्ताक से मुलाकात कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। तब जाकर शव का पोस्टमार्टम किया गया।
घटना के संबंध में अभी तहरीर नहीं मिली है तहरीर मिलने पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। – अशोक कुमार, थाना प्रभारी, जखौरा