Ratlam's Manoj aka Mumbai himself became a victim of drugs, then made drugs a business

आरोपी मनोज और दीपक
– फोटो : amar ujala digital

विस्तार


पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाले मनोज उर्फ मुंबईया पिता पारसम जैन और उसके भाई दीपक नागौरी को गिरफ्तार किया है। रतलाम का रहने वाला मनोज जैन भले ही मुबंई जाकर बस गया, लेकिन उसने रतलाम और आसपास के इलाके को नशे का कारोबार फैलाने के लिए चुना। हाल ही में सैलाना में एक होटल व्यापारी सचिन सोलंकी की मौत के मामले में भी उसका नाम आया है। मनोज का गुर्गा जफर मालवा में नशे का कारोबार फैलानेे में मदद करता था।

मनोज जैन उर्फ मुंबईया पहले हवाला का कारोबार करता था। वर्ष 2008 में रतलाम छोड़ मुंबई जा बसा था। वहां उसने खूब पैसा कमाया,लेकिन अपनी पत्नी की मौत के बाद तनाव में रहने लगा। इस दौरान उसे नशे की लत लग गई। फिर उसने नशे को ही कारोबार बना लिया। पहले वह मुंबई में होने वाली पार्टियों में कोकिन ब्राउन शुगर सप्लाई करता था, फिर उसने अपना कारोबार रतलाम में भी फैलाया।

रतलाम में अपने भाई दीपक नागौरी से मिल कई रईसजादों में अपनी पैठ बनाई  और फिर उन्हें ड्रग्स देने लगा। नशे के आदि हो चुके रईसजादेे मनोज से ब्राउन शुगर सहित तमाम नशीली वस्तुएं लेने लगे।

व्यापारी की मौत के बाद खुलासा

रतलाम के सैलाना थाना क्षेत्र में होटल व्यापारी सचिन सोलंकी का कुएं में शव मिलने के बाद पुलिस ने ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। सैलाना पुलिस के कब्जे में तस्कर जफर मेवाती के आने के बाद मनोज जैन उर्फ मुम्बईया और दीपक नागौरी के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस उसके गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है। पैसे का लालच देकर कुछ युवकों को उसने जोड़ा है।  



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