
धरमपुरी और कुक्षी के भाजपा प्रत्याशी
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पिछले विधानसभा चुनाव में इंदौर संभाग की 37 सीटों में से भाजपा सिर्फ 11 विधानसभा क्षेत्रों में जीती थी, उनमें भी पांच सीटें इंदौर जिले की थी। 39 सीटों में सबसे ज्यादा पांच टिकट इंदौर संभाग में ही भाजपा ने तय किए है। ज्यादातर सीटों पर भाजपा के पास जिताऊ चेहरों का संकट था,इसलिए इन पांच सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवार जल्दी तय किए। इन सीटों पर कांग्रेस के स्थापित नेता सचिन यादव, जीतू पटवारी, हनी बघेल, पांचीलाल मेढ़ा, विजय लक्ष्मी साधौ विधायक है।
इन विधायकों का टिकट भी कांग्रेस से लगभग तय माना जा रहा है। उन्हें चुनौती देने के लिए भाजपा के उम्मीदवार अभी से मैदान में उतर गए है। इंदौर संभाग की धरमपुरी और कुक्षी आदिवासी वर्ग के आरक्षित सीट पर फिर से कब्जा जमाना भाजपा ने चुनौती के रुप में लिया है और टिकट चयन में स्थानीय फेक्टर का ध्यान रखा गया।
धरमपुरी सीट से कालू सिंह ठाकुर को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने पिछली बार भी धरमपुरी सीट से टिकट मांगा था, लेकिन संगठन ने गोपाल कनौज को टिकट दिया था। गोपाल मनावर क्षेत्र के नेता थे। चुनाव में क्षेत्रवाद का मुद्दा भी चला और कनौज चुनाव हार गए थे। इस बार भाजपा ने स्थानीय फेक्टर को ध्यान रखा है और ठाकुर पर दांव लगाया है। ठाकुर क्षेत्र में लंबे समय से धार्मिक आयोजन, किसान सम्मान सम्मेलन जैसे कार्यक्रमों के बहाने सक्रिय है।
पूर्व विधायक किराड़े के भांजे को टिकट
कुक्षी सीट पर भाजपा दस सालों से कमजोर रही है। यहां लगातार दो बार से कांग्रेस पार्टी के हनी सिंह बघेल विधायक है और उन्होंने राजनीतिक तौर पर उन्होने अपने पैर भी मजबूती से जमा रखे है। इस बार भी उनका टिकट लगभग तय माना जा रहा है। भाजपा ने उनके सामने नया चेहरा उतारा है।
जयदीप पटेल पूर्व विधायक मुकाम सिंह किराडे के भांजे है और भाजपा में प्रदेश मंत्री है। धन-बल की राजनीति में वे हनी बघेल को टक्कर दे सकते है और पटेल की उम्र भी कम है। पटेल कुक्षी के स्थानीय रहवासी भी है,हालांकि कुक्षी विधानसभा में सरदार सरोवर बांध के कारण आई डूब का बड़ा हिस्सा भी आता है और इस बार के चुनाव में वह फेक्टर भी मायने रखेगा।