
वंदे भारत एक्सप्रेस (सांकेतिक तस्वीर)।
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भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से चलकर हजरत निजामुद्दीन तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पर शुरुआत से ही पथराव हो रहा है। रविवार को भी इसके एक कोच का पत्थर मारकर शीशा तोड़ दिया गया। लेकिन, पहली बार आरोपी हत्थे चढ़ गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह मजे के लिए ट्रेनों पर पथराव करता है।
भोपाल से झांसी होते हुए दिल्ली तक के लिए एक अप्रैल से वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू किया गया था। तब से लेकर अब तक इस ट्रेन पर पथराव की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पथराव की वजह से ट्रेन की 35 खिड़कियों के कांच टूट चुके हैं। पथराव की ज्यादातर घटनाएं ग्वालियर से आगरा के बीच हुई हैं। रविवार को भी सुबह 10.30 बजे ट्रेन पर रायरू-बानामोर स्टेशन के बीच किसी ने पथराव कर दिया।
इससे ट्रेन के एक कोच का कांच क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे कोच में सवार यात्री भी दहशत में आ गए। ट्रेन स्टाफ ने इसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम पर दी। कंट्रोल रूम ने बगैर देर किए आरपीएफ को सूचित किया। इस पर आरपीएफ ने रायरू से बानामोर के बीच सघन गश्त शुरू कर दी। इस दौरान एक युवक हाथ में पत्थर लिए हुए पटरी पर बैठा पाया गया।
आरपीएफ को देखकर वह भागने लगा। लेकिन, उसे पीछाकर पकड़ लिया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम बानमोर निवासी फिरोज (20) ने बताया। युवक ने बताया कि निशाना साधकर ट्रेन की खिड़कियों पर पत्थर मारता था। वह यह केवल अपने मजे के लिए करता था। बाद में युवक को नोटिस जारी कर छोड़ दिया गया। उसकी समझाइश भी की गई।