आटा (जालौ)। दोस्त के साथ गांव की दुकान से सामान खरीदकर लौट रहे मासूम को युवक ने कुएं में फेंक दिया। साथ जा रहे बच्चे ने शोर मचाकर मासूम के परिजनों को जानकारी दी। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंपसेट से कुएं का पानी खाली कराकर शव को बाहर निकाला। आरोपी युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वह मंदबुद्धि बताया जा रहा है।
थाना क्षेत्र के पिपरायां गांव निवासी नीरज का 7 वर्षीय पुत्र नितिन उर्फ नित्तू अपने दोस्त आकाश के साथ शनिवार दोपहर तीन बजे घर से सौ मीटर दूर सामान खरीदने दुकान पर गया था। जब वह सामान लेकर लौट रहा था, तभी कानपुर देहात के मकनपुर कुतरा निवासी अंकित ने नितिन को पकड़ लिया। जब उसने विरोध किया तो अंकित ने उसे कुएं में फेंक दिया। यह देखकर आकाश ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिससे आसपास के लोग आ गए और पूरे मामले की जानकारी होने पर गांव में खलबली मच गई।
ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुएं का पानी खाली कराकर लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मासूम के शव को कुएं से बाहर निकाला। मासूम का शव देख परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी मंदबुद्धि है, करीब एक सप्ताह से गांव में घूम रहा था। परिजनों ने बताया कि नितिन का पिता नीरज गुजरात में रहकर मजदूरी करता है। वह कुछ दिन पहले ही घर आया था। नितिन गांव में ही कक्षा एक का छात्र था। वह तीन भाई बहनों में सबसे बड़ा था। उसकी मौत मातम पसरा हुआ है। सीओ कालपी देवेंद्र पचौरी का कहना है कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
भगवान से की प्रार्थना, फिर भी नहीं बचा लाल
नितिन की मां लक्ष्मी को जब उसके पुत्र को कुएं में फेंके जाने की जानकारी हुई तो वह भागकर कुएं के पास बने मंदिर में भगवान के सामने बैठ गई और अपने पुत्र की सलामती के लिए सिर पटक पटक कर प्रार्थना करती रही। एक बार तो वह खुद ही कुएं में कूंदने का प्रयास करने लगी। लेकिन आसपास खड़े लोगों ने उसे संभाला, मां की चीखपुकार से मौजूद लोगों की आंखों से भी आंसू निकलने लगे। कई बार लक्ष्मी बेहोश हो गई।