
विरोध दर्ज करते व्यापारी।
– फोटो : अमर उजाला, इंदौर
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इंदौर मध्यभारत का प्रमुख व्यापारिक शहर बनता जा रहा है और इस वजह से लोग यहां पर तेजी से रोजगार के तलाश में आ रहे हैं। इस वजह से इंदौर में सड़क पर ठेला लगाने वाले, छोटे-मोटे व्यापार करने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। दूसरी ओर इन ठेलेवालों की वजह से सड़क के आसपास बने माल संचालकों और बड़ी दुकानों को परेशानी होने लगी है। इस विषय पर अब राजबाड़ा से लेकर कपड़ा मार्केट तक के 17 से ज्यादा कॉमर्शियल मार्केट एसोसिएशन पदाधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है। वे फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले वेंडर्स और अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई नहीं करने से खफा हैं। प्रशासन को 16 अगस्त तक का अल्टीमेटम देते हुए दलालों को जेल में डालने और सख्त एक्शन लेने की मांग की है। उनका दावा है कि फुटपाथ पर कब्जे के अलावा दलाल सक्रिय हैं। नशाखोरी चरम पर है, इससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।
17 एसोसिएशन कि ओर से अक्षय जैन, कैलाश मुंगड, अनिल रांका ने बताया कि ठेलेवालों के द्वारा व्यापारियों को तीन बार धमकाने की घटना हो चुकी है। इसके बावजूद जनप्रतिनिधयों की खामोशी ने हम व्यापारियों को आहत किया है। इस वजह से अब हमने मिलकर विरोध करने का फैसला लिया है। हमने प्रशासन को चार दिन का अल्टीमेटम दिया है और कार्रवाई नहीं होने पर विरोध प्रदर्शन के तहत 17 अगस्त को पहले दिन दुकानों पर काले झंडे लगाएंगे। अगले दिन सभी मार्केट में ब्लैक आउट किया जाएगा।
हॉकर झोन बनाकर ठेलेवालों को जगह दे निगम
सराफा एसोसिएशन के अविनाश शास्त्री और सीतलामाता बाजार एसोसिएशन के हेमा पंजवानी ने कहा नगर निगम प्रशासन को हॉकर झोन बनाना चाहिए ताकि इन ठेलेवालों को वहां पर जगह दी जा सके। निगम की लापरवाही की वजह से बाजारों में दलाल सक्रिय हो गए हैं जो इनके ठेले लगवा रहे हैं।