
कमलनाथ ने रघुराज सिंह धाकड़ को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई
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विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का दलबदल का सिलसिला तेज हो गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेता अपना सियासी फायदा देखकर इधर से उधर जा रहे हैं। पिछले एक साल में नेता अपना राजनीतिक भविष्य देखकर सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश में जुट गए हैं। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक रघुराज सिंह धाकड़ भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए। सिंधिया का दो महीने में बैजनाथ सिंह यादव, राकेश गुप्ता के बाद रघुराज सिंह धाकड़ ने साथ छोड़ दिया है।
प्रदेश में पिछले एक साल में कई नेता भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने पार्टी में अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया। अब भाजपा से कांग्रेस में आने वाले नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इस मामले में कांग्रेस का कहना है कि भाजपा में नेता खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे है। वहीं, भाजपा की बात करें तो नेताओं की नाराजगी और असंतोष बढ़ते जा रहा है। इसके लिए पार्टी ने दिग्गज नेताओं को जिम्मेदारी दी, लेकिन इसके बावजूद नेता अपना सियासी समीकरण देखते हुए भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जा रहे हैं। हालांकि, दिग्गज नेता कुछ बागी नेताओं समेत कांग्रेस के नेताओं को साधने में सफल रहे। भाजपा का कहना है कि नेता राष्टवाद के चलते पार्टी में आ रहे हैं।
ये नेता कांग्रेस में हुए शामिल
– दीपक जोशी- प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र और पूर्व मंत्री दीपक जोशी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने भाजपा छोड़ने के लिए पिता के स्मारक के लिए बार-बार कहने के बाजवूद नहीं बनाने का कारण बनाया।
– कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह- कटनी जिले के विजाराघवगढ़ के पूर्व विधायक कुंवर ध्रुव प्रताप सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने भी वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया।
– यादवेंद्र सिंह यादव- अशोकनगर जिले की मुंगावली सीट से तीन बार के विधायक देशराज सिंह के बेटे यादवेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने सिंधिया के पार्टी में आने के बाद से पुराने नेताओं को तवज्जो नहीं देने का आरोप लगाया।
-बैजनाथ सिंह यादव- शिवपुरी से भाजपा नेता बैजनाथ सिंह यादव अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने कांग्रेस में घर वापसी की।
– अंजुम रहबर- गुना निवासी दिवंगत शायर राहत इंदौरी की पत्नी मशहूर शायरा अंजुम रहबर आम आदमी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुईं।
– अवधेश नायक- दतिया से अवधेश नायक ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस ज्वाइन की। चर्चा है कि कांग्रेस उनको नरोत्तम मिश्रा के सामने चुनाव में उतारेगी।
– राजकुमार धनोरा- सागर में सुरखी से राजकुमार धनोरा ने भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की। धनोरा मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार है। धनोरा को कांग्रेस मंत्री गोविंद सिंह के खिलाफ चुनाव में उतारेगी।
– राधेलाल बघेल- दतिया जिले के सेवढ़ा से विधायक राधेलाल बघेल भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने भाजपा में उपेक्षा की बात कही।
ये नेता भाजपा में शामिल हुए
सिद्धार्थ मलैया- पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने भाजपा मे वापसी की। सिद्धार्थ के पार्टी लाइन से हटकर काम करने पर कार्रवाई की गई थी। दमोह उपचुनाव हारने के बाद भाजपा नेताओं ने उनको मनाकर वापसी कराई।
प्रीति सूरी- कटनी महापौर प्रीति सूरी ने भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ा और जीता। इसके बाद दिग्गज नेताओं ने सूरी की पार्टी में वापसी कराई।
राजेश तिवारी- विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी राजेश तिवारी ने सीएम शिवराज की मौजूदगी में सदस्यता ली। तिवारी को भाजपा विदिशा से चुनाव में उतार सकती है।
लीला अटारिया- देवास जिला पंचायत अध्यक्ष लीला अटारिया और उनके पति भेरूलाल ने भाजपा की सदस्यता ली। बता दें कांग्रेस में उनकी सज्जन सिंह वर्मा से विवाद चल रहा था।
प्रमिला साधौ- महेश्वर से कांग्रेस विधायक डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ की बहन प्रमिला साधौ ने भाजपा ज्वाइन की।