
पीसीसी चीफ कमलनाथ और सीएम शिवराज सिंह
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मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव है। इससे पहले ही सियासी आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए है। छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के बाद कमलनाथ पं. प्रदीप मिश्रा की कथा कराने जा रहे है। इससे पहले सीएम शिवराज ने कमलनाथ को चुनावी हिंदू बताता दिया है। इस पर कमलनाथ ने भी पलटवार कर जवाब दिया है कि प्रदेश को जन भक्त सरकार चाहिए, घोषणा और भ्रष्टाचार भक्त नहीं।
छिंदवाड़ा में पूर्व सीएम कमलनाथ अब पं. प्रदीप मिश्रा की कथा कराने जा रहे है। इसकी तारीख 5 सितंबर से 9 सितंबर की बताई जा रही है। चुनाव से पहले नाथ के कथा कराने पर सियासत भी तेज हो गई है। सीएम के कमलनाथ को चुनावी भक्त बताने पर पूर्व सीएम ने कहा सीएम का नाम लेकर कहा क जो इंसान जैसा होता है वो वैसी ही दृष्टि से बाहरी दुनिया को देख पाता है। निश्चित ही आप चुनावी भक्त होंगे, इसलिए आप दूसरों में भी चुनावी भक्ति खोज रहे हैं। जीवन के हर पहलू को चुनाव के रंग से ही देख पा रहे हैं। आस्था ओर विश्वास, व्यक्ति की आंतरिक अनुभूमि होती है। स्थाई होती है। मेरी आस्था आंतरिक है।
नाथ ने कहा कि मेरी हनुमान भक्ति पर विचार करने के स्थान पर आप मध्य प्रदेश की जन-शक्ति पर विचार कीजिए, जो आपका संवैधानिक उत्तरदायित्व है और जन उपयोगी है। मध्य प्रदेश की जनता को जन भक्त सरकार चाहिए। भाजपा की घोटाला-भक्त, घोषणा-भक्त, भ्रष्टाचार-भक्त, अत्याचार-भक्त और नौटंकी-भक्त सरकार नहीं। पूर्व सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता भाजपा सरकार को अंदर और बाहर से अच्छे से देख-समझ चुकी है। पलटकर जवाब देने के लिए केवल समय का इंतजार कर रही है।