स्वास्थ्य विभाग की टीम ने धौर्रा में लाइन उस पार मोहल्ले में डाला डेरा
हैंडपंप के पानी को बताया खराब, जलस्रोतों का सैंपल लेकर जांच को भेजा
संवाद न्यूज एजेंसी
जाखलौन/धौर्रा (ललितपुर)। मंगलवार को धौर्रा में लाइन उस पार मोहल्ले में मंगलवार रात से अचानक से ग्रामीणों को उल्टी दस्त होने लगे, जिसमे 14 मरीजों की हालत गंभीर होने पर रात में ही जिला अस्पताल व कुछ मरीज झांसी मेडिकल रेफर कर दिए गए। बुधवार को सुबह मरीजों की संख्या 14 से बढ़कर 38 हो गई। जानकारी मिलते ही सीएमओ डॉ. इम्तियाज अहमद के निर्देश पर डॉक्टरों की टीम गांव पहुंची और मरीजों का उपचार किया।
सीएससी बिरधा से डॉक्टरों की टीम सुबह करीब नौ बजे गांव पहुंची और डायरिया से ग्रसित परिवारों का घर-घर जाकर इलाज करना शुरू कर दिया। दो मरीजों की हालत ज्यादा खराब होने पर उन्हें तत्काल सीएचसी में भर्ती कराया गया। मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने ग्रामीणों को उबला पानी पीने की अपील की, जिससे आगे बचाव हो सके।
डॉक्टरों ने बताया हैंडपंप का पानी पीने से मोहल्ले में डायरिया होने की शंका बताई गई है। जलस्रोतों का सैंपल लेकर जांच को भेजा गया है। धौर्रा में स्वास्थ्य विभाग की टीम में डॉ. छत्रपाल सिंह अधीक्षक, डॉ. देशराज, रमेश सेन, आदर्श शर्मा, वीरेंद्र कुमार, अवध विहारी, राजस्व निरीक्षक मुन्ना सिंह चौहान, नेकपाल जिनेन्द्र जैन, ग्राम प्रधान धीरज यादव मौजूद रहे।
यह लोग आए संक्रमण की चपेट में
डायरिया संक्रमण के चपेट में आने वालों में सरस्वती, हरनारायण, गुनगुन, शमा, संस्कृति, रोहणी, शिवानी, अंशुल, तेजकुंअर, रामबाबू, आरूषी, नैना, दिव्यांश, नमशी, नत्थूसिंह, अमित यादव, शांतनु, लीला, इमरत, शीला बाई, मिरिजा, देवीलाल, अथर्व, रामवती, पूना, लक्ष्मीनारायण, सनत, नेहा, बलराम शामिल हैं। इनमें से सात मरीज जिला चिकित्सालय, दो मरीज मेडिकल कॉलेज झांसी, चार मरीज निजी चिकित्सालय में भर्ती हैं। शेष 25 मरीजों का गांव में ही उपचार किया जा रहा है।
संचारी रोकथाम माह की खुली पोल
संचारी रोगों की रोकथाम के लिए जुलाई माह में सरकारी आंकड़ों में जिले को संक्रमण मुक्त दर्शाकर शासन को रिपोर्ट भेज दी, लेकिन विभाग की लापरवाही अब धरातल पर दिखने लगी है, ग्राम धौर्रा में फैले हैजा के संक्रमण ने संचारी रोग रोकथाम अभियान की पोल खोल कर रख दी है।