उरई। प्रभात फेरी में शामिल होने साथी के साथ जा रहे वृद्ध की बाइक अन्ना मवेशी से टकरा गई। जिससे दोनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों ने दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने एक को मृत घोषित कर दिया।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मिनौरा गांव निवासी बाबूराम (70) अपने साथी महेंद्र (55) के साथ मंगलवार सुबह बाइक से प्रभात फेरी में शामिल होने जा रहे थे, तभी गांव के पास सड़क पर खड़े मवेशी से उनकी बाइक टकराकर गिर गई। इससे बाइक सवार दोनों लोग घायल हो गए। ग्रामीणों ने दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने बाबूराम को मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि हेलमेट न लगाए होने से उनके सिर में गंभीर चोटें आई थीं। वहीं, घायल महेंद्र का इलाज चल रहा है। उनकी मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। कोतवाल शिवकुमार राठौर का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच-पड़ताल की जा रही है।
बड़ा सवाल, कब थमेंगे मवेशियों की वजह से हादसे
उरई। जिले के विभिन्न मार्गों पर अन्ना मवेशियों का विचरण व बसेरा रहता है। सैकड़ों की संख्या में मवेशियों के सड़कों पर विचरण व धमाचौकड़ी से अक्सर वाहन या तो टकरा जाते हैं अथवा अनियंत्रित हो जाते हैं। इससे आए दिन जिले में कहीं न कहीं दुर्घटनाएं होती रहती हैं। कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है। वहीं, लोग घायल होते रहते हैं और वाहन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। 29 जुलाई को रेढ़र थाना क्षेत्र के खकसीस गांव निवासी राममिस्त्री फूल सिंह जाटव बाइक से उरई आए थे। जहां बोहदपुरा के पास उनकी बाइक मवेशी से टकरा गई। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। उधर, गोहन थाना क्षेत्र के नावर गांव निवासी राजनारायण तिवारी को सांड़ ने उठाकर पटक दिया था। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, झांसी-कानपुर हाईवे स्थित चमारी नाले के पास डकोर निवासी भगवानदास की बाइक अन्ना मवेशी से टकरा गई थी। जिससे वह व उसका पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके अलावा आए दिन वाहनों से अन्ना मवेशी टकरा जाते हैं और दुर्घटनाएं हो रही हैं।