इस फिल्म को लेकर लीगल नोटिस जारी करवाने वाले श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि देवस्थलों पर फिल्म बनना अच्छी बात है। लेकिन फिल्म में भगवान को किसी भी रूप में प्रस्तुत करना अच्छा नहीं है। फिल्म निर्माताओं को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि इस प्रकार के प्रस्तुतीकरण से धर्म को मानने वाले लोगों की आस्था को ठेस पहुंच सकती है। फिल्म में भगवान शिव को कचोरी खरीदते दिखाया है और इससे हमारी आस्था आहत हुई है। हमने हाईकोर्ट के वकील अभिलाष व्यास के माध्यम से फिल्म निर्देशक अमित राय, निर्माता विपुल शाह, चंद्रप्रकाश द्विवेदी, अभिनेता अक्षय कुमार के साथ-साथ सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को कानूनी नोटिस भेजा है।
सार्वजनिक रूप से माफी मांगने पर होगा विवाद समाप्त
पंडित महेश शर्मा ने कहा कि इस फिल्म को लेकर हमारा कोई विवाद नहीं है। हम तो सिर्फ इतना चाहते हैं कि मनोरंजन के लिए बनाई जा रही इस फिल्म में हमारे इष्ट देव भगवान शिव का कोई मजाक न बनाया जाए। फिल्म निर्माता फिल्म से महाकाल मंदिर में शूट किए गए दृश्य हटाएं और हमसे 24 घंटे में सार्वजनिक रूप से माफी मांगे।
जनसुनवाई में भी पहुंची शिकायत
मंगलवार सुबह पंडित महेश शर्मा जनसुनवाई में भी इस फिल्म को उज्जैन जिले में रिलीज न होने देने की मांग के साथ पहुंचे थे। उन्होंने एक आवेदन देकर मांग की है कि इस फिल्म का प्रदर्शन उज्जैन जिले में न करवाया जाए। आवेदन में यह भी बताया है कि कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम फिल्म का प्रदर्शन किस आधार पर उज्जैन जिले में होने से रोक सकते हैं?
आशीर्वाद लेने से मना कर रहा कचोरी वाला
इस फिल्म के ट्रेलर में एक स्थान पर अभिनेता अक्षय कुमार रख विश्वास तू है शिव का दास कहते हैं। वहीं, दूसरे सीन में कचोरी वाला उनका आशीर्वाद लेने से मना कर देता है। उसे सिर्फ पैसा चाहिए। फिल्म के माध्यम से ऐसा प्रस्तुतीकरण करना गलत है। भगवान शिव के पूरी दुनिया में करोड़ों भक्त हैं। जिनकी भगवान शिव पर अगाध श्रद्धा है।