
सीएम शिवराज और कमलनाथ
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छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की कथा आयोजित कराने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीसीसी चीफ कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो राम को पहले काल्पनिक बताते थे, वो अब कथाएं करा रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को स्मार्ट सिटी पार्क में पौधरोपण के बाद मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस कंफ्यूज है और कई चीजों के लिए मजबूर है। जो लोग कभी राम भगवान का नाम लेने से परहेज करते थे, काल्पनिक मानते थे। आज वो कथाएं करा रहे हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करा रहे है। अब यह करने के लिए मजबूर है क्योंकि चुनाव आ रहे हैं। यह कांग्रेस की चुनावी भक्ति है। उनके अंदर ही अंदर अंतर्द्वंद मचा हुआ है। कमलनाथ जी सोच रहे हैं, मैं इधर जाऊं या उधर जाऊं; बड़ी मुश्किल है किधर जाऊं? अब तो उनके एक नेता ने ही कह दिया है, कि मुख्यमंत्री कौन बनना चाहिए? उनके तो नेता होने पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। अब मुझे लग रहा है कि वह नेता का दावा पुख्ता करने के लिए कथाओं के आयोजन में भी लग गए है।
वहीं, केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लाने पर सीएम ने कहा कि राहुल गांधी जी को अपने आप पर विश्वास नहीं है। वो अविश्वास प्रस्ताव लाए थे और बोलते हुए जिस तरह की हरकत राहुल जी ने की थी। अब उसका मैं वर्णन नहीं कर सकता, उसका गवाह पूरा देश था। इस अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस भी जानती है, कोई दम नहीं है। देश का विश्वास श्रीमान नरेंद्र मोदी जी में है। जो अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं उनका सबसे ज्यादा अविश्वास एक दूसरे पर ही है।
सीएम ने कहा कि आम आदमी पार्टी का जन्म ही कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन से हुआ था। केजरीवाल पानी पी पीकर कोसते थे, अन्ना आंदोलन चला, अब कांग्रेस उसी आपके साथ है। लालू जी, नीतीश जी एक दूसरे को पानी पी-पीकर कोसते थे। अब वह भी साथ साथ हैं। वामपंथी और कांग्रेसी केरल में भी लड़े और बंगाल में भी लड़े। लेकिन अब यह फिर साथ-साथ हैं। ये साथ साथ क्यों? इसलिए कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद के दाग जिन पर लगे हुए हैं और जिनको लग रहा है कि अब बचे कैसे, वह सब एक साथ आ रहे हैं। जनता इन पर विश्वास नहीं करती।