
तेजस्वी सूर्या
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भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा 13 से 15 अगस्त तक तीन प्रकार की तिरंगा यात्रा निकालेगा। सितंबर में आकांक्षा अभियान में युवाओं के सुझाव लेकर पार्टी के मेनिफेस्टो में शामिल करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को उपलब्ध कराएं जाएंगे। वहीं, सूर्या ने प्रदेश में बढ़ते महिला अत्याचार समेत कई मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए।
भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि तीन तरह की तिरंगा यात्रा 13 से 15 अगस्त तक निकाली जाएगी। इसमें डोर टू डोर अभियान चलाया जाएगा। पंचायत स्तर पर बाइक रैली निकाली जाएगी। मंडल स्तर पर बाइक रैली और राष्ट्रवादी चिंतन का प्रचार प्रसार किया जाएगा। इन तीनों ही कार्यक्रम में तिरंगा प्रमुख रहेगा। सूर्या ने बताया कि मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत 9 अगस्त से 30 अगस्त तक प्रदेश में कार्यक्रम होंगे। वहीं, सितंबर माह में आकांक्षा संग्रह अभियान चलाया जाएगा। इसमें पंचायत, मंडल से लेकर गांवों में युवाओं के बीच जाकर उनके सुझाव लिए जाएंगे। जिसे वरिष्ठ नेतृत्व को पार्टी के आगामी चुनाव से पहले जारी होने वाले मेनिफेस्टो में शामिल करने के लिए सौंपा जाएगा।
भाजपा में बिना सरनेम पूछे मिलता है आगे बढ़ने का मौका
युवाओं और नेता पुत्रों को चुनाव में टिकट मिलने के सवाल पर तेजस्वी सूर्या ने कहा कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जिसमें बिना सरनेम और जाति पूछे विधायक और सांसद बनने का मौका मिलता है। भाजपा नए युवाओं को मौका देने का प्रयास करती है। यहां एक सामान्य कार्यकर्ता से लेकर हर व्यक्ति को अपनी योग्यता और टेलेंट के आधार पर आगे बढ़ाया जाता है। मध्य प्रदेश में भी युवाओं को मौका मिलेगा। भाजपा संगठन में युवाओं को मौका मिला ही है।
युवाओं के मुद्दे हर प्लेटफॉर्म में उठाते है
प्रदेश में नौकरी के साथ ही भर्तियों में गड़बड़ी को लेकर पूछे सवाल पर तेजस्वी सूर्या ने कहा कि मोर्चा हमेशा युवाओं के साथ रहा है। उनकी मांगों को हर प्लेटफॉर्म पर उठाते आया है। जहां हमारी सरकार नहीं है, वहां पर मुद्दों को उठाने के लिए संघर्ष किया है। वहीं, जहां हमारी सरकार है, वहां पर सरकार के सामने युवाओं के मुद्दों से अवगत कराने का काम किया है।
राजस्थान में फांसी का प्रावधान
मध्य प्रदेश में महिला अत्याचार बढ़ने के कांग्रेस के आरोप पर सूर्या ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए प्रयास कर रही है। कठोर कानून बना रही है। यह अपराध दूसरे राज्यों में भी हो रहे है। इस मुद्दे पर राजनीति न करते हुए राजस्थान सरकार को भी मध्य प्रदेश का मॉडल लागू करना चाहिए। बेटियों से ज्यादाति के मामले में फांसी का प्रावधान किया जाए। राजस्थान में दिलित महिलाएं सुरक्षित नहीं है। राजस्थान सरकार को कड़े कानून बनाना चाहिए।