
कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान
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मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को तीन महीने का समय बचा है। इससे पहले जनता से वादों को लेकर आरोप प्रत्यारोप को लेकर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बढ़े बिजली बिलों की जांच कराने के एलान पर पीसीसी ची फ कमलनाथ ने तंज किया है। नाथ ने कहा कि जब तक वो जांच कराएंगे तब तक वो चले जाएंगे।
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने रविवार को कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने पहले से ही महंगाई से त्रस्त मध्यप्रदेश की जनता पर बढ़े हुए बिजली बिलों से महंगाई का डबल वार किया है। अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच कराएंगे, सच तो ये है कि जब तक वो जांच कराएंगे तब तक वो चले जाएंगे। पूर्व सीएम ने कहा कि सच्चाई ये है कि भाजपा न तो जनविश्वास का जेनरेशन कर पा रही है, न विकास का ट्रांसमिशन और न ही कल्याणकारी योजनाओं का सच्चे ज़रूरमंद लोगों तक डिस्ट्रीब्यूशन कर पा रही है। दरअसल भ्रष्टाचार के लगातार बढ़ते जाने की वजह से भाजपा के दिखावटी सुशासन का ट्रांसफ़ॉर्मर उड़ गया है। अब उल्टे जनता ही भाजपा को आगामी चुनावों में करेंट देने के लिए तैयार बैठी है। बिजली के बढ़े बिल भाजपा की बत्ती गुल कर देंगे।
बता दें सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को छतरपुर जिले के नौगांव में बिजली बिलों को लेकर भी बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुझे बताया गया है कि कुछ जगह पर बिजली के ज्यादा बिल आए हैं। आप चिंता मत करना, ऐसे बिजली उपभोक्ता जो केवल एक किलोवॉट तक बिजली की खपत करते हैं, उन सभी गरीब उपभोक्ताओं के बढ़े हुए बिजली बिल की वसूली स्थगित कर जांच की जाएगी। यदि नहीं है तो मामा खुद पैसा भर देगा।