ललितपुर। ट्रेन में वेंडर का काम करने वाले युवक की मौत इलाज के दौरान भोपाल के अस्पताल में हो गई। उसके परिजनों ने जीआरपी ललितपुर के सिपाहियों पर मारपीट का आरोप लगाया है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मोहल्ला द्वारका नगर निवासी मालती अहिरवार ने भोपाल पुलिस को दिए प्रार्थनापत्र में बताया कि उसके पति सीताराम, सोनू ठेकेदार के यहां काम करता था। विगत 20 जुलाई को भोपाल से ट्रेन में काम करने गया था। तभी ललितपुर स्टेशन पर उसके पति को राजकीय रेलवे पुलिस ने रात करीब 11 बजे पकड़ लिया। साथ उसके साथ मारपीट की। उसने पुलिस पर चार हजार रुपये लेकर छोड़ने का आरोप लगाया, पत्र में बताया कि इसके बाद उसकी पति हालत गंभीर हो गई। उन्हें भोपाल के चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उनकी छह अगस्त की सुबह मौत हो गई। उसने जीआरपी के सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है।
जीआरपी ने मारपीट के आरोप को झूठा बताया
थाना प्रभारी जीआरपी नवीन कुमार ने बताया कि विगत 20 जुलाई को सीताराम को गिरफ्तार किया गया था। इसका चालन कर छोड़ दिया गया था। इसके साथ कोई मारपीट नहीं की गई। यह ट्रेन में अवैध तरीके से वेंडर का काम करता था, इसके लिए इसे गिरफ्तार किया गया, साथ ही इसे हिदायत देकर छोड़ दिया गया था।