
इंदौर मनमाड़़ रेल प्रोजेक्ट
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वर्षो से लंबित पड़ी इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन की डीपीआर तैयार हो गई है। इंदौर से मनमाड़ के बीच 268 किलोमीटर लंबाई में लाइन बिछाई जाएगी। इस ट्रैक के बनने से मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के छह जिलों यानी इंदौर, धार, खरगोन, बड़वानी, धुले और नासिक को फायदा होगा।
बहुप्रतीक्षित इंदौर-मनमाड़ रेलवे लाइन को धरातल पर लाने की दिशा में अब तेजी से काम हो रहा है। सांसद शंकर लालवानी के मुताबिक इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो गई है और सेंट्रल रेलवे ने इसे रेलवे बोर्ड में प्रस्तुत की है।इस ट्रैक के बनने से सिर्फ इंदौर ही नहीं बल्कि निमाड़़ क्षेत्र को फायदा मिलेगा।
इंदौर से मुंबई एवं दक्षिण के राज्यों के बीच कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी। इंदौर से मुबंई जाने की दूरी और कम हो जाएगी। अब रेलवे बोर्ड इस रिपोर्ट का परीक्षण कर नीति आयोग को रिपोर्ट भेजेगा जिसके बाद नीति आयोग इसका अध्ययन करेगा और वित्त मंत्रालय में ये रिपोर्ट जाएगी। आखिर में केंद्रीय कैबिनेट इस पर अंतिम मुहर लगाएगा।
क्या है इंदौर-मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट
– इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन कुल 268 किलोमीटर की होगी।जिसमें से धुले,मनमाड के बीच 50 किलोमीटर पर काम चल रहा है।
– बचे हुए 218 किलोमीटर के लिए 2,200 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है।इस रूट पर 300 छोटे-बड़े ब्रिज बनेंगे।
– इसे 9 टनल बनेगी जिसकी लंबाई 20 किलोमीटर से ज्यादा होगी।
– इस रुट पर 34 स्टेशन बनेंगे। इस ट्रैक के बनने से मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के छह जिलों यानी इंदौर, धार, खरगोन, बड़वानी, धुले और नासिक को फायदा होगा।
– इस प्रोजेक्ट की संभावित लागत 22,000 करोड़ रु से ज़्यादा होगी।हाल में इस प्रोजेक्ट के लिए सर्वे भी किया गया है।