देशभर के श्रद्धालु धार्मिक नगरी उज्जैन में बाबा महाकाल के साथ ही अन्य मंदिरों में देव-दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। बाबा महाकाल सावन और भादो मास में खुद नगर भ्रमण कर अपनी प्रजा का हाल चाल जानते हैं। बाबा महाकाल की चार शाही सवारियां निकल चुकी हैं। वहीं, अधिकमास, सावन और भादो मास में अभी दो-दो सवारियां निकलना बाकी है। यानी की बाबा महाकाल अभी छह बार और पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
अधिकमास के दौरान सात अगस्त और 14 अगस्त को शाही सवारी निकलेगी। इसके बाद श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की सवारियां आएंगी। महाकाल मंदिर के पुजारी पं. अभिषेक शर्मा के अनुसार इस बार अधिकमास होने से महाकाल की सवारियों की संख्या 10 हो गई है। श्रावण मास लगने व अधिकमास शुरू होने के बाद से अभी तक नगर में चार सवारियां निकल चुकी है। 7 अगस्त को पांचवीं व 14 अगस्त को छठी सवारी निकलेगी। अधिकमास 16 अगस्त को समाप्त होगा। 17 अगस्त से श्रावण मास का शुक्ल पक्ष शुरू हो जाएगा। इसके बाद श्रावण शुक्ल में सातवीं सवारी 21 अगस्त को आएगी। फिर आठवीं सवारी 28 अगस्त हो निकलेगी। भादो मास में बाबा की नौवीं सवारी 4 सितंबर को और दसवीं व अंतिम शाही सवारी 11 सितंबर को धूमधाम से निकाली जाएगी।