
सांप केे काटने से बच्चे की मौत।
– फोटो : SOCIAL MEDIA
विस्तार
इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज के लिए आए एक पांच वर्षीय मासूम की मौत हो गई। उसे सांप ने काटा था, लेकिन समय रहते उसका उपचार नहीं हो पाया,क्योकि बेटे ने पिता को बताया ही नहीं कि उसे सांप ने काटा। शरीर में जहर फैलने के बाद उसकी मौत हो गई।
मामला देवास जिले के कनाडि़या गांव का है। यहां रहने वाले अर्जुन गोस्वामी के बेटे अंकुर के बिस्तर में सांप घुस गया। पिता ने सांप रेंगते हुए देेखा तो उसे बिस्तर से खींचा और मार दिया। इस बीच बेटा भी जाग गया। उससे पिता ने पूछा कि तुम्हे सांप ने काटा है क्या, कोई तकलीफ तो नहीं हो रही है।
बेटे ने कहा कि उसे कोई तकलीफ नहीं हो रही है। इसके बाद हम निश्चिंत होकर सो गए। तीन घंटे बाद बेटे अंकुर के मुंह से झाग निकलते देखा तो पता चला कि उसे सांप ने काटा। इसके बाद उसे देवास के अस्पताल परिजन लेकर पहुंचे। डाक्टरों ने उसे एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सांप के काटने के कारण उसके शरीर में जहर फैल गया था।
हाथ पैर पर निशान भी नहीं दिखे
अर्जुन पेशे से किसान हैै। उन्होंने बताया कि मैं अंकुर मेरे पास बिस्तर पर सो रहा था। मैं सुबह बाथरुम जाने के लिए उठा था। कमरे की लाइट आन की तो बिस्तर पर काला और करीब तीन फीट लंबा सांप दिखाई दिया। मैने उसे बिस्तर से खींचा और डंडे से मार दिया। बिस्तर पर पत्नी और बेटा अंकुर भी थे, दोनो जाग गए।
मैैने दोनो से पूछा कि सांप ने तो नहीं काटा किसी को। अंकुर ने कहा कि उसे सांप ने नहीं काटा। उसके हाथ और पैर पर निशान भी देखे,लेकिन नहीं मिले। इसके बाद तीनों सो गए। सुबह देखा कि अर्जुन के मुंह से सफेद झाग निकल रहा है।
हम समझ गए कि बेटे को सांप ने काटा,लेकिन उसे पता नहीं चला। बेटे को हम अस्पताल लेकर पहुंचे। एमवाय अस्पताल के डाक्टरों ने शरीर में फैले जहर को निकालने की कोशिश भी की, लेकिन बेटा बच नहीं सका। एमवाय पुलिस चौकी ने पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया।