
बेटे की अस्थियां लेकर धरने पर बैठा पिता
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झांसी रेलवे में कार्यरत अरविंद कुमार शुक्ला ने अपने बेटे की अस्थियों को साथ में रखकर बृहस्पतिवार को रेलवे चिकित्सालय में धरना दिया। यहां उन्होंने आरोप लगाया कि बेटे अक्षत शुक्ला को कोरोना होने पर उन्होंने रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन, यहां उसका उपचार नहीं किया गया। इसके बाद बेटे को मेडिकल रेफर कर दिया गया। लेकिन, वहां पलंग खाली नहीं मिला।
इस पर बेटे को लेकर वापस रेलवे अस्पताल पहुंचा। तब तक उसकी हालत बहुत बिगड़ चुकी थी। इसके बाद उसे भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां बेटे की छह मई 2021 की मौत हो गई। रेल कर्मचारी ने रेलवे के चिकित्सक डॉ. महेंद्र यादव को बेटे की मौत का जिम्मेदार बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
वहीं, रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि चिकित्सक के खिलाफ रेल कर्मचारी ने पहले भी शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में रेल कर्मचारी के बेटे की मौत में चिकित्सक की किसी तरह की लापरवाही नहीं पाई गई थी। यदि रेल कर्मचारी फिर से शिकायत दर्ज कराता है तो उसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी।