फोटो-12-मोटे अनाज के व्यंजन बनाने वाले पुरस्कृत प्रतिभागी। स्रोत संस्थान। संवाद
श्री अन्न आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, 40 महिलाओं ने किया प्रतिभाग
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से श्री अन्न मोटे अनाज आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन रामपुरा ब्लॉक के ग्राम मई में किया गया। गृहविज्ञान विशेषज्ञ डॉ. राजकुमारी ने बताया कि वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय श्री अन्न (मोटे अनाज) घोषित करने का मुख्य उद्देश्य पोषण के लिए श्री अन्न के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
मोटा अनाज के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास और विस्तार के लिए निवेश बढ़ाना और उत्पाद बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों से कई स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन बना सकते है और इन्हें अपने दैनिक आहार में शामिल कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते है, क्योंकि यह पौष्टिक होते है, इनमें विटामिन एवं खनिज लवण गेहूं एवं चावल के अपेक्षा अधिक मात्रा में पाये जाते है।
आसानी से पचने वाले होते है और बीमारियों से भी बचाते है। मोटे अनाज से पौष्टिक नमकीन, बिस्किट, दलिया, केक, ब्रेड आदि खाद्य सामग्रियों को बना सकते है। उन्होंने बताया कि श्री अन्न आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन का उद्देश्य लुप्त हो रहे परंपरागत मोटे अनाजों के व्यंजन को चलन में लाना है। प्रतियोगिता में 40 महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
प्रतिभागी महिलाओं ने मोटे अनाज बाजरा के व्यंजन बनाए-बाजरा का पुआ, बाजरा का लड्डू, बाजरा की रोटी, बाजरा की खीर, बाजरा का गुलगुला, बाजरा की पकोड़ी आदि व्यंजन को बनाकर प्रदर्शित किया गया। जिसका मूल्यांकन प्रधानाध्यापक कृष्णकांत निरंजन, ग्राम प्रधान प्रभा देवी, आंगनबाड़ी वर्कर सुभ्रदा, रेखा पाल, कृषि विज्ञान केंद्र के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ. मंजुल पांडेय, शरद चंद्र ने किया।
मूल्यांकन के बाद गुड्डी देवी को प्रथम, मखानी देवी को द्वितीय, रीना को तृतीय पुरस्कार, नन्हीं देवी और धर्म देवी को सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया।