
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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मध्य प्रदेश में सीहोर और बालाघाट में एक-एक युवक ने आत्महत्या कर ली। इसी तरह छिंदवाड़ा में भी दो अलग-अलग हादसों में दो लोगों की जान गई है। सीहोर में एक इंजीनियर ने नौकरी न मिलने की वजह से पुल से कूदकर जान दे दी। इसी तरह बालाघाट में वन विभाग की कथित प्रताड़ना से तंग आकर आदिवासी युवक ने फांसी लगा ली।
सीहोर जिले के बुधनी नर्मदा नदी पर बने पुल से कूदकर एक इंजीनियर ने जान दे दी है। पेशे से मेकेनिकल इंजीनियर युवक दुर्गेश पिता सोहन विश्वकर्मा नौकरी न मिलने की जवह से कई दिनों से डिप्रेशन में था। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। वह नर्मदापुरम का रहने वाला था। पिछले कुछ महीनों से वह मानसिक रूप से परेशान था। परिजन इलाज करवा रहे थे। गुरुवार शाम को वह मंदिर जाने का कहकर घर से निकला और फिर घर नहीं लौटा। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बुधनी के टीआई विकास खींची ने बताया कि शनिवार को युवक का शव पीएम के बाद परिजनों को सौंपा गया।
उधर, बालाघाट में वन विभाग के अमले से परेशान होकर आदिवासी युवक बिरजू मरावी (उम्र 35 वर्ष) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वन विभाग का अमला उसे अतिक्रमणकारी बताकर जेबीसी मशीन से घर तोड़ने की धमकी दे रहे थे। युवक ने आत्महत्या करने से पहले एक वीडियो बनाया। उसने वन विभाग पर प्रताडित करने का आरोप लगाया है। वन विभाग ने बिरजू के खिलाफ मकान का अतिक्रमण हटाने का प्रकरण दर्ज किया है। इसका जुर्माना लगभग 23 हजार रुपये था। रकम को वसूलने के लिये रेंजर अभिषेक जाट और वन विभाग गार्ड द्वारका प्रसाद मिश्रा उसे धमकी देते थे कि खेती मत करो। भाग जाओ, वरना घर तुड़वा देंगे। वीडियो बनाते समय युवक नशे में था। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उधर, छिंदवाड़ा के सिंगोडी और बोरिया में दो लोगों की मौत हो गई। पहला हादसा सिंगोडी में हुआ जहां दो बाइक आपस में टकराने से बांकामुकासा निवासी 52 वर्षीय कोमल चंद्रवंशी की मौत हो गई। इसी तरह बोरिया निवासी 58 वर्षीय सुलोचना पति रूपलाल यादव शुक्रवार सुबह घर में बनी टंकी से पानी निकाल रही थी। पैर फिसलने से वह टंकी में गिरी और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई।