
गोविंद सिंह राजपूत (फाइल फोटो)
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सागर जिले के तीनों मंत्रियों के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई के खबरों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनको बुला कर बातचीत की। सोमवार को मुख्यमंत्री निवास में मंत्री भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव और गोविंद राजपूत तथा दोनों विधायकों को साथ बिठाकर समझाइश दी गई।
प्रदेश में इसी साल के अंत में चुनाव है। ऐसे में मंत्रियों की वर्चस्व की लड़ाई कुछ दिन पहले सामने आई थी। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बातचीत करने के बावजूद मामला शांत नहीं हुआ था। अब मुख्यमंत्री ने तीनों मंत्रियों को आपस में बातचीत और समन्वय बनाकर काम करने को कहा है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने संगठन के कार्यक्रम और सरकार की योजनाओं पर भी उनकी आपसी खींचतान का असर ना दिखे, इसका ध्यान रखने को भी कहा है। मंत्रियों को एक दूसरे के खिलाफ सार्वजनिक मंच से किसी प्रकार के बयान नहीं देने के लिए भी कहा है।
बता दें सागर के रहली से विधायक और वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव और सुरखी से विधायक गोविंद सिंह, सागर से विधायक शैलेंद्र जैन और नरवलिया से विधायक प्रदीप लारिया के लामबंद होकर खुरई से विधायक और मंत्री भूपेंद्र सिंह की शिकायत की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन के वरिष्ठ नेताओं को भूपेंद्र सिंह पर विरोधियों को संरक्षण देने और उनकी जानबूझकर छवि खराब करने का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में इस मामले में कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। मंत्री भार्गव ने इसे झूठा बताया है।