– एक सप्ताह में आई 20 फीसदी तक की तेजी
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अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। निर्माण सामग्री की कीमतों में इजाफा होने की वजह से मकान बनाने का खर्च बढ़ गया है। बालू और गिट्टी का स्टॉक होने की वजह से इसकी कीमतों में तेजी आई है, जबकि ईंट की आवक घटने से इनके दामों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले एक सप्ताह के दरम्यान निर्माण सामग्री की कीमतों में 20 फीसदी तक की तेजी आई है।
बारिश के मौसम में हर साल बालू के खनन पर रोक लगा दी जाती है। यह रोक एक जुलाई से प्रभावी हो जाएगी। रोक के बाद डंप बालू की ही बिक्री होगी। इसके लिए बालू की डंपिंग अभी से शुरू हो गई है। आवक घटने से इसकी कीमतों में भी इजाफा हो गया है। 27,000 हजार रुपये प्रति एक हजार घनफुट की दर से बिकने वाली बालू अब 35,000 रुपये में मिल रही है। कमोबेश यही स्थित गिट्टी की भी बनी हुई है। बारिश में पत्थर की खदानों में पानी भर जाता है, इससे खनन कार्य प्रभावित हो जाता है। इसके चलते गिट्टी भी अभी से स्टॉक की जाने लगी है। इससे इसकी कीमतों में भी तेजी आई है। 500 से 510 रुपये प्रति टन की दर से बिकने वाली गिट्टी इन दिनों 550 रुपये प्रति टन की दर से बेची जा रही है।
इसके अलावा झांसी में ईंट कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, नवाबगंज आदि जिलों से आती है। यहां पिछले दिनों बारिश की वजह से भट्टे प्रभावित हो गए थे। इससे इन दिनों ईंट की आवक घटी हुई है, जिससे कीमतें बढ़ गईं हैं। प्रति हजार ईंट की कीमत 3800 से बढ़कर 4200 रुपये पर पहुंच गई है। हालांकि, सीमेंट और सरिया के दाम स्थिर बने हुए हैं। कारोबारी जितेंद्र यादव के अनुसार अब से लेकर मानसूनी सीजन समाप्त हो जाने तक बालू, गिट्टी की कीमतों में तेजी बने रहने के आसार हैं।