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सूर्य, मंगल, बुध और शनि जब कुण्डली में एक ही स्थान पर हो तो पृथ्वी के एक बड़े भूभाग पर भीषण गर्मी पड़ती है। इन चारों ग्रहों के मेल को समसप्तक योग या फिर नौतपा रोहिणी कहते हैं। 25 मई 2023 गुरुवार से इस विशेष योग की शुरुआत हो चुकी है। अब सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश हो चुका है 2 जून 2023 तक सूर्य, मंगल, बुध और शनि ग्रह एक ही स्थान पर रहेंगे।
ऐसा माना जाता है कि इस दौरान बारिश होने पर बरसात के मौसम की अपेक्षाकृत कम वर्षा होती है और यदि गर्मी तीव्रता के साथ होती है तो आने वाले बारिश के मौसम में पर्याप्त वर्षा होती है, लेकिन मातंगी ज्योतिष केंद्र के प्रमुख पंडित अजय व्यास बताते हैं कि इस बार रोहिणी नक्षत्र नौतपा में ग्रहों की स्थिति कुछ अलग है। इन 9 दिनों के भीतर आद्रा नक्षत्र आ रहा है, जिससे बारिश की संभावना है। वर्षा के लिए सबसे उपयुक्त माने जाने वाले आद्रा नक्षत्र में यदि बारिश होती है तो इसका सीधा सा अर्थ है कि इस बार मानसून औसत रहेगा। कहीं अधिक तो कहीं सामान्य वर्षा होगी।
नौतपा के 9 दिनों के लिए तो शासकीय जीवाजीराव वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रसाद गुप्त का भी कुछ ऐसा ही मानना है। उनका कहना है कि ज्योतिष शास्त्र चाहे कुछ भी माने लेकिन मौसम विज्ञान ऐसा नहीं मानता कि यदि 9 दिन तेज धूप होती है तो फिर बारिश अच्छी मानी जाती है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सूर्य उत्तर की ओर बड़ रहा है, जिससे किरणों की तीव्रता 4 दिन की लंबाई बढ़ने लगी है। वर्तमान में तापमान 25.5 डिग्री है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण अभी तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा, लेकिन हल्की-फुल्की बूंदाबांदी हो सकती है। ज्योतिषाचार्य पंडित अजय व्यास और जीवाजीराव वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रसाद गुप्त दोनों कुल मिलाकर एक ही बात कह रहे हैं कि इस बार नौतपा में बारिश जरूर हो सकती है।