मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को सीहोर जिले के ग्राम बकतरा में श्री सीताराम महायज्ञ में शामिल हुए और संतों का आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने बकतरा में एक करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की।
सीएम शिवराज ने कहा है कि मानव जीवन में परमात्मा की प्राप्ति के लिए ऋषि मुनियों द्वारा तीन अलग-अलग मार्ग- ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग और कर्म मार्ग बताए गए हैं। इन तीनों मार्ग पर चल कर भगवान को प्राप्त किया जा सकता है। संत ज्ञान मार्ग से ईश्वर को प्राप्त करते हैं, मीराबाई और हनुमान की तरह भक्ति मार्ग से भी भगवान की प्राप्ति की जा सकती है। साथ ही हम अपने जीवन में सही रास्ते पर चल कर कर्म करते हुए भी कर्म मार्ग से भी ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं। हम सभी को कर्म मार्ग पर चलने की कोशिश करना चाहिए।
सीएम शिवराज ने कहा कि भगवान ने जो काम अपने लिए निश्चित कर दिया है, उसको मेहनत और ईमानदारी से करेंगे तो भगवान को प्राप्त करना आसान होगा। यदि किसान पूरी मेहनत और लगन से खेती कर फसल उगाए, डॉक्टर निस्वार्थ भाव से मरीजों का इलाज करें और शिक्षक ईमानदारी से बच्चों को शिक्षा प्रदान करेंगे तो कर्म के मार्ग पर चलते हुए ईश्वर की प्राप्ति की जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनें अपनी छोटी-छोटी जरूरतों को खुद ही पूरा कर सकें, इसके लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाई गई है। सभी महिलाओं के पंजीयन का कार्य सुनिश्चित किया गया है और 10 जून से पात्र महिलाओं के खातों में प्रतिमाह एक हजार रुपये की राशि डाली जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी किसानों से मूंग की खरीदी सरकार द्वारा की जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने श्रीराम जानकी मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश के नागरिकों की सुख-समृद्धि की कामना की।मुख्यमंत्री ने श्री राम दिनेशाचार्य जी, श्री राम कृपालु शास्त्री जी और श्री राघव दिनकर महाराज से आशीर्वाद लिया। सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व विधायक राजेन्द्र सिंह राजपूत सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।