आए दिन गर्मी के चलते ट्रांसफाॅर्मरों के फुंकने से उपभोक्ता परेशान
ट्रांसफाॅर्मरों के फुंकने पर क्वालिटी को लेकर उठ रहे सवाल
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। इस समय ललितपुर सहित पूरा बुंदेलखंड भीषण गर्मी की चपेट में है। ऐसे में बिजली की मांग बढ़ गई है वहीं, ट्रांसफार्मर भी ओवरलोड के चलते फुंक रहे हैं। पिछले 55 दिनों का आंकड़ा देखा जाए तो, ललितपुर में 208 ट्रांसफाॅर्मर फुंक गए हैं। ट्रांसफाॅर्मर के जल्दी-जल्दी फुंकने से उपभोक्ता इसकी गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। हालांकि अफसरों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल ट्रांसफाॅर्मरों के खराब होने की संख्या में कमी आई है।
जिले में करीब 14 हजार ट्रांसफॉर्मर और 17 विद्युत उपकेंद्र हैं। इनके सहारे जिले की करीब एक लाख दस हजार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जाती है। जिनमें शहरी क्षेत्र के 31,866 और ग्रामीण क्षेत्र के 77,666 उपभोक्ता हैं। वैसे तो ट्रांसफाॅर्मर सर्दियों में भी खूब फुंके लेकिन अब गर्मियों में ट्रांसफाॅर्मर जलने की रफ्तार तेज हो गई है। बिजली विभाग के रिकार्ड के मुताबिक पिछले साल अप्रैल और मई की तुलना में इस साल ट्रांसफाॅर्मरों के खराब होने की संख्या में आधी है। जिसका मुख्य कारण है कि इस साल गर्मियों से पहले ही ट्रांसफाॅर्मरों का मरम्मत कराना बताया है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड या पुरानी केबल के जलने से फुंकते हैं।
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बिजली नहीं तो नहीं मिलेगा पानी
इस समय ललितपुर में बिजली की अंधाधुंध कटौती की जा रही है। स्थिति यह है कि बिजली कब चली जाए कोई पता नहीं। अब बिजली नहीं तो लोगों को पानी नहीं मिल रहा। शुक्रवार को शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के कई फीडरों की आपूर्ति दो से तीन घंटे ठप रही। जिसमें विद्युत वितरण खंड द्वितीय के नेहरू नगर, नझाई बाजार, तालबेहट, पूराकलां उपकेंद्र के इलाकों में दो घंटे आपूर्ति ठप रही। वहीं, शहरी क्षेत्र के तालाबपुरा, पठापुरा, गोविंदनगर आदि इलाकों में भी बिजली का आनाजाना लगा रहा। जिससे इलाके के लोगों को परेशानी से जूझना पड़ा।
सहायक अभियंता विनय साहू ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल अप्रैल 2023 में 129 और मई 2023 में 79 ट्रांसफार्मर फुंके हैं। जो ओवरलोड या पुरानी केबल होने या ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मरों से छेड़छाड़ करने के दौरान फुंके हैं। ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का काम किया जा रहा है।