अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। युवक अपने भाई की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए मोंठ थाने गया था। लेकिन जब वहां पुलिस ने दो दिन पहले ट्रेन की चपेट में आकर मरे युवक की तस्वीर दिखाई तो वह उसका भाई ही थी। शव मोर्चरी में रखा हुआ था। परिवार में कोहराम मच गया।
मोंठ के बमरौली गांव निवासी बलवीर अहिरवार (34) पुत्र छोटे लाल ट्रक चलाता था। परिजनों के मुताबिक मंगलवार शाम ट्रक चलाकर वह घर लौट आया। खाना खाने के बाद टहलने बाहर निकल गया। इसके बाद वह लौटकर नहीं आया। परेशान होकर परिजनों ने उसे तलाशा लेकिन, उसका पता नहीं चला। बृहस्पतिवार सुबह छोटा भाई हाकिम मोंठ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचा। पुलिस ने जब हाकिम को फोटो दिखाई तब उसमें एक तस्वीर उसके भाई की निकली।
पुलिस ने हाकिम को बताया कि रात में ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हुई। भाई की मौत से हाकिम बिलख उठा। हाकिम के मुताबिक पिछले बारह साल से बलवीर ट्रक चलाता था। उसकी मौत की खबर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। पत्नी विनीता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पहचान होने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।