संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। राज्य सरकार की ओर से बजट में किसानों के लिए उनके कृषि नलकूपों की बिजली फ्री की घोषणा हुई थी। घोषणा होने के बाद भी आज तक किसानों को फ्री बिजली नहीं मिल रही है। शासन की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है।
अप्रैल से किसानों के नलकूपों की बिजली फ्री होने थी लेकिन अभी तक कोई गाडलाइन नहीं आई जिससें विभाग बिजली फ्री कर पाए। लगातार विभाग की ओर से बिल भेजे जा रहे है। किसान अभी तक शासन के आदेश का इंतजार कर रहे है। जनपद भर में 1350 नलकूप किसानों के है। जिन पर करीब 112 करोड़ रूपये का बकाया है। जिनके पास बिजली विभाग की ओर से लगातार बिल भेजें जा रहे है। किसान भी सोच में बिल जमा करें या न करें। राज्य सरकार में ओर से विधानसभा में पेश किए गए बजट में निजी नलकूपों के संचालक किसानों का पूरा बिल माफ करने का ऐलान किया था। लेकिन आज तक बिल माफ करने की कोई गाइडलाइन जारी नहीं हो सकी। जिसके चलते विभाग भी कुछ कहने से कतरा रहा है। अधिकारियों का कहना है किसान तो बिल माफ करने की कह रहे लेकिन हमारे पास अभी तक कोई आदेश नहीं आया। सभी को बिल भेजे जा रहे है।
किसानों की सुनें
सरकार किसानों के साथ छल कर रही है। बिल माफी की बात कही थी। 40 हजार का बिल आ गया। जिसको जमा करना पड़ रहा है।- राजकुमार बरहा
सरकार ने फैसला किया था। किसानों के नलकूपों के बिल माफ होंगे। लेकिन अभी तक नहीं हो सकें। कई बार विभाग में पता किया, उन्होंने कहा अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है।- पवन कुमार
घोषणा तो हुई थी लेकिन हकीकत में कुछ नहीं हुआ। पहले भी किसानों के लिए कई घोषणा हुई। आज तक कोई घोषणा पूरी नहीं हो सकी। लाखों रूपये के बिल बकाया है। चंद्रभान सिंह
सरकार नें घोषणा तो अच्छी की थी। अगर धरातल पर आ जाएं तो अच्छी बात है। इससे सरकार को फायदा होगा। किसान भी उनसे जुड़ेंगे। धीरेंद्र मिश्रा
निजी नलकूप किसानों की बिजली फ्री किए जाने को लेकर अभी तक शासन से कोई गाडलाइन नहीं मिली है। अभी पहले की किसानों के पास बिल भेजे जा रहे है। बिल जमा करवाने के लिए कैंप भी लगवाए जा रहे है।
-आरके यादव, अधीक्षण अभियंता जालौन