संवाद न्यूज एजेंसी
उरई।
लखनऊ पुणे एक्सप्रेस के इंजन से सटे जनरल कोच के ब्रेक शू जाम होने से आग लग गई। धुएं के गुबार को देखकर जनरल कोच व पीछे लगे एसी कोच में सवार यात्रियों में अफरातफरी मच गई। घटना ट्रेन के कानपुर स्टेशन से निकलने के एक किलोमीटर बाद हुई। यात्रियों की चीखपुकार सुनकर चालक ने ट्रेन को रोका। फायर सिलिंडर से आग पर काबू पाया गया।
गुरुवार को लखनऊ पुणे एक्सप्रेस ट्रेन में इंजन के बाद जुड़े जनरल कोच के ब्रेक शू सुबह साढ़े दस बजे उस समय जाम हो गए जब यह ट्रेन कानपुर स्टेशन से महज एक किलोमीटर की दूरी तय कर पाई थी। ब्रेक शू जाम होने से आग लग गई और जनरल कोच में धुएं का गुबार उठने लगा। हालांकि यात्रियों की चीख पुकार सुनकर चालक ने ट्रेन को रोक लिया। इस दौरान कोच से सटे लगे एसी कोच ए-1 में कानपुर निवासी महिला यात्री श्वेता भाटिया जनरल कोच में उठता धुआं देख घबरा गईं। अपनी चार वर्षीय बच्ची प्रियंका को लेकर ट्रेन से कूद गईं। ट्रेन की रफ्तार धीमी होने से दोनों को ज्यादा चोट नहीं आईं। ट्रेन रुकते ही उसमें सवार यात्री ट्रेन से कूदने लगे। मौके पर एसी कोच में तैनात ऐसी मैकेनिक मुकेश कुमार ने फायर सिलिंडर से आग पर काबू पा लिया। आग बुझाते हुए ऐसी मैकेनिक के सिर में चोटें आईं हैं। आग पर काबू पाने के बाद ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। दोपहर 12:35 बजे ट्रेन उरई स्टेशन पहुंची तो स्टेशन कर्मियों की टीम ने घायल मां-बेटी का उपचार कराया। साथ ही स्टेशन पर सीएंडडब्ल्यू स्टाफ ने जनरल कोच के ब्रेक शू की जांच की।
आग लगने की जानकारी मिली है मौके पर जाकर जांच भी कराई गई थी। कोच के ब्रेक शू जाम होने से आग लगी थी। कोच में तैनात कर्मियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया। चालक ने सतर्कता दिखाते हुए ट्रेन को रोका और तत्काल कंट्रोल रूम को अवगत कराया। उरई में ट्रेन को बीस मिनट रोका गया। एस के खरे, स्टेशन अधीक्षक।
यात्रियों की जुबानी, घटना की आंखों देखी
ट्रेन के जनरल कोच में सवार उन्नाव निवासी गोविंद ने बताया कि जैसे ही धुआं दिखाई दिया तो कोच में अफरातफरी मच गई और यात्री चीखने चिल्लाने लगे। जनरल कोच इंजन से सटा हुआ था तो चालक ने देख लिया और उसने ट्रेन को रोका। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
रायबरेली निवासी मोहित ने बताया कि वह लखनऊ से पुणे जा रहे थे। रिजर्वेशन न मिलने पर वह जनरल कोच में यात्रा कर रहे थे। ब्रेक शू में आवाज आ रही थी, कानपुर से निकलने पर उसमें धुआं दिखाई दिया। एक बार समझ में नहीं आया कि आग अंदर लगी है या बाहर।
बहराइच निवासी मैकू ने बताया कि कोच में सभी आग लगने की बात पर चीख रहे थे। जैसे ही ट्रेन रुकी तो अपना सामान कोच में ही छोड़कर ट्रेन से उतरकर दूसरे ट्रैक पर जा खड़े हुए। इसके बाद ट्रेन जब आगे बढ़ी तो रास्ते भर घबराहट रही।
कानपुर निवासी श्वेता भाटिया ने बताया कि जब ट्रेन में धुआं दिखाई दिया तो उस वक्त वह वाॅश रूम में थीं। धुआं देखकर वह डर गई। सोचा छोटी बच्ची को कुछ न हो जाए तो ट्रेन धीमी होने पर बेटी को लेकर कूद गईं। वह पुणे में रहती है और उनके पति एयरफोर्स कानपुर में तैनात हैं।
एसी कोच में सांप देखने पर मचा हड़कंप
एसी कोच में सांप देखने पर मचा हड़कंप कुछ यात्रियों ने ऐसी कोच में सांप देखे जाने की भी जानकारी दी थी। जिस पर रेलवे स्टाफ काफी देर तक खोजबीन में लगा रहा। हालांकि सांप कहीं नजर नहीं आया, तो ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। उरई स्टेशन पर ट्रेन की सभी जरूरी व्यवस्थाओं की ठीक से जांच-पड़ताल की गई। इसके बाद ट्रेन को आगे बढ़ाया गया।