
job fair
– फोटो : न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर
विस्तार
रोजगार दिवस पर आयोजित जॉब फेयर में नौकरी चाहने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां 3,842 रजिस्ट्रेशन हुए और 912 योग्य उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इस फेयर की सबसे खास बात यह रही कि यहां पर दृष्टिबाधित एवं दिव्यांग बच्चों को भी जॉब ऑफर किए गए। इस जॉब फेयर में 53 कंपनियां आईं थी जो विभिन्न क्षेत्रों में काम करती हैं। इन कंपनियों ने फ्रेशर से लेकर अनुभवी लोगों तक को विभिन्न जॉब ऑफर किए। रोकड़ा कंसल्टेंसी सर्विस के हिमांशु तिवारी ने बताया कि इस मेले का आयोजन एक अभिनव पहल रही और यहां पर काफी सारे बच्चे आए थे जिसमें से उन्होंने अपने अकाउंट, सेल्स तथा मार्केटिंग के लिए 10 से ज्यादा बच्चों को हायर किया है।
हेट्राइ इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड के हर्षवर्धन गुप्ता इस जॉब फेयर में आकर खुश नजर आए और उन्होंने सात से ज्यादा बच्चों को जॉब ऑफर किए हैं। साथ ही भविष्य के लिए भी योग्य उम्मीदवारों का डाटा सुरक्षित रख लिया है। स्टार्टअप कंपनी मेडिसेवा टेक्नोलॉजीज के डॉक्टर विशेष कासलीवाल और उनकी टीम भी इस जॉब फेयर में पहुंचे। उन्होंने कई उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया है और जिन्हें जल्द ही नौकरी भी देंगे। नौकरी की तलाश में आए आशुतोष सोनी ने बताया कि जॉब सीकर्स के लिए यह बेहतरीन आयोजन है जहां इतनी कंपनियां एक ही जगह पर मौजूद है और सबसे बड़ी बात है कि एयरटेल जैसी कंपनी भी जॉब फेयर में आई है और जो मैनेजर तक की पोस्ट ऑफर कर रही है। डॉ रेड्डीज फाउंडेशन ने दृष्टिबाधित तनीष श्रीवास्तव को भी जॉब ऑफर की। तनीष इस जॉब ऑफर से बेहद खुश नजर आए। अनुभव गुप्ता को क्वेस कारपोरेशन ने अपने सेल्स एवं मार्केटिंग की पोजीशन के लिए बढ़िया पैकेज के साथ जॉब ऑफर की है जो उन्होंने स्वीकार भी कर ली।
वहीं सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि पूरे विश्व में आर्थिक हालात चुनौतीपूर्ण है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत लगातार तरक्की के रास्ते पर है और नौकरियों की कमी नहीं है। वहीं कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी ने स्किल बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जमाने में स्किल को बढ़ाकर ही तरक्की की जा सकती है। सांसद सेवा संकल्प के सावन लड्ढा ने कहा कि कॉरपोरेट्स के लिए नंबर से ज्यादा स्किलसेट महत्व रखते हैं इसलिए पढ़ाई के साथ अपना स्किलसेट बढ़ाते रहें। उन्होंने जिला रोजगार कार्यालय में उम्मीदवारों का एक डाटा पूल भी बनाने की मांग रखी ताकि कंपनियां अपनी जरूरत के मुताबिक हायरिंग कर सके।