
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल ( फाइल फोटो)
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प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं एक बार फिर बिगड़ सकती हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर काली पट्टी बांध कर आंदोलन शुरू कर दिया है। बुधवार को दूसरे दिन भी कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर काम किया। स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। इसके बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं होने पर 30 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। इस आंदोलन में प्रदेश के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के डेढ़ लाख कर्मचारी और अधिकारी शामिल हैं।
वित्त विभाग डाल रहा अडंगा
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों को मान कर आंदोलन खत्म कराया था, लेकिन अब वित्त विभाग उनकी मांगों को पूरा करने में रोड़े अटका रहा है। इसलिए उन्होंने अब दोबारा आंदोलन का रास्ता चुनने मजबूर होना पड़ा है। कर्मचारियों ने बताया कि 29 मई को आंशिक काम बंद करेंगे और 30 मई से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाएंगे।
ये हैं मांगें-
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के नियमितीकरण, 90 फीसदी वेतनमान पॉलिसी लागू करें, पदोन्नति भर्ती नियम बनाएं, नए पद सृजन और रात्रिकालीन भत्ता दें, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाकर आउटसोर्स ठेका प्रथा खत्म करें, सपोर्ट स्टॉफ कर्मचारियों को पुनः राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में मर्ज करें, निष्कासित कर्मचारियों को शत-प्रतिशत वापस लें।