अमर उजाला ब्यूरो

केस एक- मानिक चौक निवासी पुनीत सहगल के पास पिछले माह दिल्ली से फोन आया। फोन करने वाले ने उनको क्रिप्टो एक्सचेंज में निवेश करने का लालच दिया । उनकी बातों में आकर पुनीत ने दो लाख रुपये उनके वॉलेट में डाल दिए लेकिन, उसके बाद से वॉलेट का कुछ अता पता नहीं चल रहा है। पुनीत उनकी बातों में आकर दो लाख गवां बैठे।

केस दो- मानिक चौक निवासी राजेश अग्रवाल बर्तन कारोबारी हैं। उनके पास भी क्रिप्टो में निवेश करने को लेकर साइबर जालसाज ने फोन किया। उनको बिटकाइन से पैसा कमाने का लालच देकर वॉलेट में पैसे डलवाए गए। उन्होंने जब पैसा भेज दिया तब जालसाज ने आज तक लाॅगिंग, पासवर्ड नहीं भेजा। उन्होंने ठगी की पुलिस से शिकायत की है।

केस तीन- रस बहार इलाके में रहने वाले अंकुश गुप्ता भी साइबर ठगों का शिकार बन गए। उनका कहना है कि 15 मई को अज्ञात नंबर से फोन आया। उनको एक टेलिग्राम ग्रुप से जोड़ा गया। कुछ समय बाद टेलिग्राम पर एक लिंक के जरिए पैसे निवेश करने को कहा गया। उन्होंने करीब पचास हजार रुपये उसमें डाला लेकिन, उसके बाद टेलिग्राम चैनल से उनको रिमूव कर दिया गया। उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई है।

केस चार- सीपरी बाजार निवासी शिवम बिरथरे का कहना है कि उनसे क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के नाम पर 45 हजार रुपये ले लिए गए लेकिन, ठगों ने उनके वाॅलेट का कोई पासवर्ड नहीं बताया।

अमर उजाला ब्यूरो

झांसी। साइबर जालसाज ठगी के नए-नए तरीके ईजाद कर रहे हैं। इन दिनों साइबर ठग क्रिप्टो करेंसी में निवेश की आड़ लेकर खास तौर से व्यापारियों को निशाना बना रहे हैं। जल्द ही रकम के दोगुना हो जाने के लालच में फंसकर कारोबारी भी बिना जांच-पड़ताल के ही साइबर ठगों के चुंगल में फंस जाते हैं। पिछले तीन माह के दौरान झांसी रेंज में 19 मामले ऐसे सामने आ चुके, जिनमें लोगों को क्रिप्टो की आड़ लेकर ठग लिया गया। खास बात यह है कि इन सभी को ऑनलाइन माध्यम से ही खाता खुलवाने की बात कही गई। सभी जालसाजों की इस बात पर आकर अपनी रकम गवां बैठे। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन, ऑनलाइन माध्यम से पैसा निवेश करने से पहले पूरी तरह जांच-पड़ताल करनी चाहिए। आसपास जो भी इसका जानकार हो सबसे पहले उससे बात करने के बाद ही कोई कदम उठाना चाहिए।



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