संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। जिला अस्पताल में अगर आप को चिकित्सक को परीक्षण कराने जाना है, तो घर से हाथ पंखा साथ में ले जाना होगा। क्योंकि डॉक्टरों के लिए तो कूलर व पंखे हैं, लेकिन मरीज जो कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, उनके लिए सिर्फ पंखों के अवशेष ही नजर आ रहे हैं। ऐसी बदइंतजामी जिला चिकित्सालय में इससे पहले नहीं देखी गयी है।
जिला अस्पताल में भले ही चिकित्सकों की सुविधा का पूर्ण ध्यान रखा जाता हो, लेकिन मरीजों की सुविधाओं पर कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। ओपीडी में चिकित्सकों का इंतजार करते मरीजों को गर्मी का दंश झेलना पड़ रहा है। क्योंकि अस्पताल की ओपीडी में अधिकांश पंखे खराब पड़े हुुए हैं।ऐसा नहीं है, कि इस अव्यवस्था की किसी को भनक न हो, लेकिन फ्रिक तो जब की जाए, जबकि उन्हें अव्यवस्था का हिस्सा बनाना पड़े। अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी वातानुकूल चेंबर में बैठे रहते हैं। चिकित्सकों के लिए भी कूलर व पंखे लगे हुए हैं। यह हाल सिर्फ ओपीडी का नहीं है, इंजेक्शन रूम के बार भी मरीजों के लिए पंखों की सुविधा नहीं है। दवा वितरण काउंटर के बाहर भी लंबी कतार में मरीज बिना पंखे के अपने अंगोछे से पसीना पोछते नजर आते हैं।
अभी वार्डों के पंखे सही कराए जा रहे हैं, ओपीडी में लगे पंखे क्यों बंद हैं, उसके लिए इलेक्टट्र से जानकारी ली जाएगी। जल्द की इन पंखों को लगवा दिया जाएगा। -डॉ राजेद्र प्रसाद, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला अस्पताल ललितपुर।